Tata Group के इस शेयर ने 1 साल में दिया 62% रिटर्न, अभी और भरेगी निवेशकों की जेब; आपने लिया है?
ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि आने वाली तिमाही में टाटा ग्रुप की इस कंपनी के ग्रॉस मार्जिन में सुधार आएगा, जिसका असर स्टॉक्स पर दिखेगा.
(Image: Reuters)
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Tata Consumer Products stocks price: शेयर बाजार की शानदार रैली में टाटा ग्रुप (Tata Group) के शेयरों ने भी जमकर तेजी दिखाई है. इनमें से कुछ शेयर ऐसे हें, जो मजबूत फंडामेंटल के दम पर आगे भी शानदार रिटर्न दे सकते हैं. इन्हीं में से एक है Tata Consumer Products (टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स). यह शेयर 1 साल में 62 फीसदी रिटर्न दे चुका है. आगे भी इसमें निवेशकों का पैसा बढ़ाने की ताकत है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल (Brokerage Firm Motilal Oswal) ने शेयर में खरीद की सलाह देते हुए लक्ष्य को 1000 रुपये तय किया है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि आगे चाय के दाम घटने का फायदा कंपनी को मिलेगा और इसके ग्रॉस मर्जिन में वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही से रिकवरी देखने को मिल सकती है.
1 साल में 62 फीसदी रिटर्न
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) के शेयरों ने पिछले एक साल में 62 फीसदी का रिटर्न दिया है. पिछले एक साल में टाटा काज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का शेयर 542 रुपये से 880 रुपये का हो गया. बीते 10 साल में इस शेयर की परफॉर्मेंस देखें तो इसने जबरदस्त रिटर्न दिया है. सितंबर 2011 में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का शेयर प्राइस करीब 85 रुपये के आसपास था, जोकि अब 880 रुपये करीब है.
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आगे प्रति शेयर 120 रु दे सकता है रिटर्न
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयरों पर खरीदारी की सलाह दी है. ब्रोकरेज हाउस ने शेयर का टारगेट प्राइस 1,000 रुपये दिया है. इस तरह, टारगेट प्राइस के हिसाब से देखें तो अभी इस शेयर में निवेशकों को करीब 120 रुपये यानी 13 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल सकता है.
कंपनी को मार्जिन सुधरने की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछली चार तिमाही में चाय की महंगाई के चलते टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स की परफॉर्मेंस पर असर देखा गया है. हालांकि, वित्त वर्ष 2022 से कंपनी का ग्रॉस मार्जिन बेहतर होने की उम्मीद है, क्योंकि चाय की कीमतों में गिरावट आई है. अगस्त 2020 में अपने पीक से चाय के दाम 32 फीसदी टूटकर अगस्त 2021 में 175 रुपये प्रति किलो पर आ गए. दरअसल, कॉर्प सीजन 2020 में प्रोडक्शन 10 फीसदी गिर गया था, जिसके चलते सप्लाई में दिक्कत आई और कीमतें बढ़ गई. हालांकि, प्रोडक्शन वॉल्यूम सुधरने के साथ सप्लाई बेहतर हो रही है.
05:11 PM IST