Bombay Stock Exchange के जरिए किसान बेच सकेंगे अपनी फसल, सीधे खाते में आएगा पैसा
मोदी सरकार किसानों की आय को बढ़ाने को लेकर कई तरह के प्रयास कर रही है. इसी दिशा में किए गए एक प्रयास के तहत किसानों को अब शेयर बाजार (stock market) के जरिए भी अपनी फसल को बेचने की सुविधा मिलेगी.
किसान अब अपनी उपज बीएसई के जरिए भी बेच सकेंगे (फोटो -रॉयटर्स )
किसान अब अपनी उपज बीएसई के जरिए भी बेच सकेंगे (फोटो -रॉयटर्स )
मोदी सरकार (Modi government) किसानों की आय को बढ़ाने (income of farmers) को लेकर कई तरह के प्रयास कर रही है. इसी दिशा में किए गए एक प्रयास के तहत किसानों को अब शेयर बाजार (stock market) के जरिए भी अपनी फसल को बेचने की सुविधा मिलेगी. बांबे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) की तरफ से इस सुविधा की शुरुआत की गई. बीएसई के इस प्लेटफार्म (BSE platform) के जरिए किसान अपनी उपज को निलाम कर अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे. यह हाजिर बाजार इलेक्ट्रॉनिक (electronic) होगा जहां किसानों की उपज रजिस्ट्रर्ड (registered) की जाएगी और बिक्री के लिए उसकी नीलामी की जाएगी जिसमें देश भर के खरीदार हिस्सा ले सकेंगे.
बीएसई ने किसानों के लिए शुरू किया प्लेटफार्म BSE launches platform for farmers
बीएसई (BSE) की ओर से शुरू किए गए इस प्लेटफार्म का नाम BSE e-Agricultural Markets (Beam) दिया गया है. बीम कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए राष्ट्रीय स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक स्पॉट प्लेटफॉर्म (electronic spot platform) के रूप में काम करेगा जहां किसान अपनी उपज को इलेक्ट्रॉनिक (electronically) रूप से रखेंगे जिसकी नीलामी की जाएगी.
किसानों को मिलेगा ये फायदा Farmers will get this benefit
किसानों को इसका फायदा यह मिलेगा कि कहीं जाए बगैर दूसरे राज्य के खरीदार (buyers of other states) भी उनकी उपज की कीमत लगा सकेंगे और उपज की गुणवत्ता (produce quality) के मुताबिक किसानों को अच्छी कीमत मिल सकेगी. बीएसई (BSE) के मुताबिक देश भर के किसानों के लिए एक बाजार के प्रधानमंत्री (Prime Minister) के सपने के मुताबिक बीम (beam) की शुरुआत की गई है.
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सीधे खाते में आएगा पैसा Money will come into the account
बीएसई के एमडी (BSE MD) आशीष कुमार चौहान (Ashish Kumar Chauhan) के मुताबिक, बीएसई राष्ट्रीय स्तर पर वस्तुओं के वितरण का नेटवर्क तैयार कर रहा है. यहां पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से वस्तुओं की खरीदारी की जाएगी और उसमें कोई निजी हित शामिल नहीं होगा. उपज की खरीद की रकम सीधे तौर पर किसान के खाते में जाएगी.
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04:03 PM IST