Indian Railways: रेलवे ने नियम तोड़ने वालों से वसूला 163.27 करोड़ रुपये का जुर्माना, 6 महीने में सामने आए 24.58 लाख मामले
Central Railways: ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2022) में बिना टिकट, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान के कुल 24.58 लाख मामले पकड़े हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान पकड़े गए कुल मामलों से 97.13 प्रतिशत ज्यादा है.
Indian Railways: रेलवे ने नियम तोड़ने वालों से वसूला 163.27 करोड़ रुपये का जुर्माना, 6 महीने में सामने आए 24.58 लाख मामले (Southern Railway)
Indian Railways: रेलवे ने नियम तोड़ने वालों से वसूला 163.27 करोड़ रुपये का जुर्माना, 6 महीने में सामने आए 24.58 लाख मामले (Southern Railway)
Indian Railways: भारतीय रेल का मध्य रेल (Central Railway) जोन अपने यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए बिना टिकट और अनियमित यात्रा पर रोक लगाने के लिए नियमित रूप से सभी मंडलों में उपनगरीय, मेल एक्सप्रेस, यात्री सेवाओं और स्पेशल ट्रेनों में सख्ती के साथ टिकट की चेकिंग (Ticket Checking) करता है. मध्य रेल ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2022) में बिना टिकट, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान के कुल 24.58 लाख मामले पकड़े हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान पकड़े गए कुल मामलों से 97.13 प्रतिशत ज्यादा है. मध्य रेलवे ने वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में इस तरह के कुल 12.47 लाख मामले पकड़े थे.
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में उत्तर रेलवे ने प्राप्त किया 163.27 करोड़ रुपये का राजस्व
मध्य रेल ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2022) में बिना टिकट, अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों से जुर्माने के रूप में 163.27 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया है जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान प्राप्त हुए राजस्व की तुलना में 129.12 प्रतिशत ज्यादा है. बताते चलें कि मध्य रेलवे ने पिछले साल इसी अवधि के दौरान बिना टिकट, अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों से जुर्माने के रूप में 71.26 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया था. उत्तर रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सितंबर, 2022 में अनियमित टिकट, बिना टिकट और बिना बुक किए सामान के 3.29 लाख मामलों से जुर्माने के रूप में 19.90 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. बताते चलें कि मध्य रेल के टिकट चेकिंग स्टाफ टिकटों की जांच के लिए कुल 1405 हैंडहेल्ड टर्मिनलों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की वजह से रेलवे को हर साल होता है भारी नुकसान
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बताते चलें कि भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर, सुविधाजनक और आरामदायक सेवाएं देने के लिए दिन-रात काम करती है. इसके बावजूद देश में बिना टिकट यात्रा करने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है. बिना टिकट यात्रा करने वाले लोगों की वजह से भारतीय रेल को हर साल भारी नुकसान उठाना पड़ता है. हालांकि, बिना टिकट यात्रा करते पकड़े जाने पर ऐसे यात्रियों को जुर्माने के तौर पर टिकट की कीमत से काफी ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है.
बताते चलें कि भारतीय रेल के तमाम जोन बिना टिकट और अनियमित टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ समय-समय पर सख्त अभियान चलाती रहती है. मध्य रेल के सीनियर अधिकारी ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा और इस तरह की अन्य अनियमितताओं से होने वाले राजस्व के नुकसान पर कड़ी नजर रखते हैं. मध्य रेल ने यात्रियों से अपील की है कि वे असुविधा से बचने और गरिमा के साथ यात्रा करने के लिए हमेशा वैलिड रेलवे टिकट के साथ ही यात्रा करें.
04:56 PM IST