Insurance Premium: कोरोना की दूसरी लहर में बीमा खरीदना हुआ महंगा, टर्म और हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ा
कोरोना की दूसरी लहर (Coronavirus second wave) के बीच यानी अप्रैल से जून के महीने में टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance Plan) और हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance Plan) के प्रीमियम में बढ़ोतरी देखी गई है.
कोरोना की दूसरी लहर में कंपनियों के क्लेम में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. (Representational Image)
कोरोना की दूसरी लहर में कंपनियों के क्लेम में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. (Representational Image)
कोरोना की दूसरी लहर (Coronavirus second wave) के बीच यानी अप्रैल से जून के महीने में टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance Plan) और हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance Plan) के प्रीमियम में बढ़ोतरी देखी गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम में औसतन 5 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं, टर्म इंश्योरेंस के प्रीमियम में 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले कुछ सालों से इंश्योरेंस कंपनियों ने प्रीमियम में इजाफा नहीं किया था.
इंश्योरेंस एग्रीगेटर कंपनी पॉलिसी एक्स (policy x) की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से जून के बीच में हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में औसतन 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, कई इंश्योरेंस कंपनियों ने पिछले कुछ सालों में हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम नहीं बढ़ाया था लेकिन कोविड-19 के बढ़ते क्लेम की वजह से कंपनियों के लिए प्रीमियम बढ़ाना मजबूरी हो गया था. इसके अलावा, जेनेटिक डिजीज मेंटल डिसऑर्डर जैसी कई सारी बीमारियों के हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल करने की वजह से भी कंपनियों को प्रीमियम बढ़ाना पड़ा है.
कितना बढ़ा है प्रीमियम?
रिपोर्ट के मुताबिक, 46 साल की उम्र वाले ग्रुप और 10 लाख रुपए के समएश्योर्ड पर प्रीमियम बढ़ोतरी करीब 10 फीसदी हुई है. अगर टर्म इंश्योरेंस की बात करें तो 2020 के मुकाबले जून 2021 तक टर्म इंश्योरेंस की प्रीमियम में करीब 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. टर्म प्लान में 10 साल की देरी करने पर 25 साल के लिए 46.2 फीसदी और 35 वर्षीय व्यक्ति के लिए 72.7 फीसदी ज्यादा खर्च होगा.
कंपनियां सख्त कर रही हैं नियम
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कोरोना की दूसरी लहर में कंपनियों के क्लेम में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में कंपनियां रिस्क मैनेजमेंट के मानकों को सख्त बना रही हैं. सभी लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने अंडराइटिंग के नियम काफी सख्त कर दिए हैं. लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के नए नियमों के मुताबिक, होम आइसोलेशन के जरिए भी आप कोविड-19 नेगेटिव होते हैं, तो 3 महीने तक किसी भी इंश्योरेंस कंपनी से टर्म इंश्योरेंस प्लान नहीं खरीद सकते हैं. इसके अलावा, टेलीमेडिकल की जगह अब टर्म इंश्योरेंस के लिए कंपनियां डिटेल मेडिकल टेस्ट पर ही जोर दे रही हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में अचानक क्लेम के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कंपनियां अपना रिस्क मैनेजमेंट सख्त कर रही हैं. इंश्योरेंस कंपनियों ने भी टर्म पोर्टफोलियो का रिस्क बढ़ा दिया है. कुछ कंपनियों ने टर्म इंश्योरेंस के लिए वैक्सीनेशन की शर्त जोड़ दी है. वहीं, रीइंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से टर्म इंश्योरेन्स में वैक्सीनेशन को शामिल किया जा रहा है.
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06:10 PM IST