SBI Scheme: एकमुश्त 10 लाख करिए जमा, 10 साल में मिलेंगे 17.27 लाख; जानिए स्कीम की डीटेल
SBI FD Scheme: नए वित्त वर्ष 2022-23 में फिक्स्ड इनकम के लिए बैंक स्कीम अच्छा ऑप्शन है. इसमें एक स्कीम बैंक की टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (Bank FDs) स्कीम्स हैं.
(File Image)
(File Image)
SBI FD Scheme: नए वित्त वर्ष 2022-23 में फिक्स्ड इनकम के लिए बैंक स्कीम अच्छा ऑप्शन है. इसमें एक स्कीम बैंक की टर्म डिपॉजिट या फिक्स्ड डिपॉजिट (Bank FDs) स्कीम्स हैं. बैंक एफडी में एकमुश्त पैसा एक निश्चित टेन्योर के लिए जमा करना होता है. इसमें डिपॉजिट के समय ही ब्याज दर तय हो जाती हैं. इस तरह मैच्योरिटी पर कस्टमर को एक फिक्स अमाउंट मिलता है. बैंक एफडी में 7 दिन से 10 साल तक डिपॉजिट की सुविधा होती है. अलग-अलग टेन्योर के हिसाब से ब्याज दरें अलग-अलग हैं. इसमें निवेशक लंबी अवधि में सुरक्षित और फिक्स्ड इनकम के लिए निवेश कर सकते हैं.
10 लाख डिपॉजिट पर 10 साल में इनकम
देश का सबसे बड़ा बैंक SBI अपनी 5 साल की टैक्स सेवर एफडी पर सामान्य कस्टमर को 5.50 फीसदी और सीनियर सिटीजन को 6.30 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है. टैक्स सेवर एफडी में इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का लाभ लिया जा सकता है.
TRENDING NOW
FD Calculator के मुताबिक, अगर आप SBI में 10 लाख रुपये 10 साल तक के लिए एकमुश्त डिपॉजिट जमा करते हैं, तो मैच्योरिटी पर 17,26,771 रुपये मिलेंगे. इसमें 1,26,771 रुपये की ब्याज से कमाई होगी. वहीं, अगर आप सीनियर सिटीजन हैं, तो 10 लाख रुपये की एफडी पर आपको मैच्योरिटी पर 18,68,415 रुपये मिलेंगे. इसमें ब्याज से 8,68,415 रुपये इनकम होगी.
बता दें, SBI सीनियर सिटीजन के लिए रिटेल टर्म डिपॉजिट/ फिक्स्ड डिपॉजिट में एसबीई वीकेयर (SBI Wecare) स्कीम चला रहा है. इस स्कीम में सभी सीनियर सीटीजन को 5 साल या इससे ज्यादा टेन्योर वाली एफडी पर 0.50 फीसदी के अलावा 0.30 फीसदी यानी कुल 0.80 फीसदी ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहा है. इस स्कीम को बैंक ने 30 सितंबर 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
बैंक FD के फायदे
बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट/टर्म डिपॉजिट को सेफ माना जाता है. जोखिम नहीं लेने वाले निवेशकों के लिए यह अच्छा ऑप्शन है. 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी पर सेक्शन 80C में टैक्स छूट का लाभ मिलता है. बैंकों में 1.5 लाख रु तक पर टैक्स बचा सकते हैं. इसमें 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि टैक्स सेविंग एफडी की मैच्योरिटी पर मिलने वाला का रिटर्न टैक्सेबल होता है. जरूरत पड़ने पर बैंक एफडी पर लोन लिया जा सकता है या इसे कोलेटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
(नोट: SBI बैंक एफडी की ब्याज दरें ऑफिशियल वेबसाइट से ली गई हैं. ब्याज दरों में बदलाव पर मैच्योरिटी अमाउंट में बदलाव आ सकता है. अलग-अलग बैंकों में ब्याज दरें अलग-अलग हो सकती हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
06:17 PM IST