Kaam Ki Baat: आपकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स हो गई है तो क्या होगा, LIC IPO में डिस्काउंट मिलेगा या नहीं?
LIC IPO: कई मामले में LIC की पॉलिसी बंद हो जाती है. ड्यू डेट तक प्रीमियम नहीं भरने पर पॉलिसी बंद होती है. कई बार लोग पॉलिसी खुलवाकर भूल जाते हैं, वो पॉलिसी भी बंद हो जाती हैं.
LIC IPO: भारत सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की अंतिम दौर की प्रक्रियाएं शुरू कर दी हैं. मार्च में आने वाला यह देश का सबसे बड़ा IPO होगा. इस इश्यू में पॉलिसीहोल्डर्स को बड़ा डिस्काउंट मिल सकता है. मतलब निवेश पर उनको आईपीओ मिलने के चांस ज्यादा हैं. लेकिन, अगर आपकी LIC पॉलिसी लैप्स या बंद हो गई है तो आपको डिस्काउंट मिलेगा या नहीं, इसकी जानकारी सेबी के पास जमा मसौदे में दी गई है.
क्यों बंद हो जाती हैं पॉलिसी?
कई मामले में LIC की पॉलिसी बंद हो जाती है. ड्यू डेट तक प्रीमियम नहीं भरने पर पॉलिसी बंद होती है. कई बार लोग पॉलिसी खुलवाकर भूल जाते हैं, वो पॉलिसी भी बंद हो जाती हैं. हालांकि, समय-समय पर LIC पॉलिसी को चालू कराने का मौका देता है. हाल ही में LIC ने कहा है कि 5 साल से जो पॉलिसी बंद हैं, उसमें थोड़ी पेनाल्टी भरकर उसे चालू किया जा सकता है.
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पॉलिसी लैप्स हो गई है तो क्या मिलेगा IPO में डिस्काउंट?
DRHP के मुताबिक, "मेरे पास LIC की एक पॉलिसी है जो लैप्स हो चुकी है तो क्या मैं पॉलिसी होल्डर रिजर्वेशन हिस्सा के अंतर्गत पात्र हूँ? पॉलिसी होल्डर को इस रिजर्व हिस्से के लिए पॉलिसी ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) की तारीख को या उससे पहले जारी की जानी चाहिए थी. IPO खुलने की तारीख पर सरेंडर या मैच्योरिटी या मृत्यु के दावे के जरिए बाहर (exit) नहीं होना चाहिए. LIC के मुताबिक, सभी पॉलिसी जो मैच्योरिटी, सरेंडर या पॉलिसी होल्डर की मृत्यु होने से रिकॉर्ड में हैं. पॉलिसी होल्डर रिजर्वेशन के पात्र हैं. यहां तक कि नए LIC पॉलिसी होल्डर भी रिजर्व हिस्से के तहत IPO प्रक्रिया में बोली लगाने के पात्र हैं. ऐसे ग्राहक जिन्होंने पॉलिसी के लिए फाइल किया है लेकिन अभी तक पॉलिसी दस्तावेज प्राप्त नहीं किया है वे इससे बाहर हो सकते हैं.
IPO आवेदन के लिए दो बातें जरूरी
IPO के लिए आवेदन करने के लिए पॉलिसीधारकों को दो चीजें जरूर चाहिए. पहला पॉलिसीधारक का पैन कार्ड LIC पोर्टल पर अपडेट होना चाहिए. दूसरा, पॉलिसीधारक के पास डीमैट खाता होना चाहिए, जो पॉलिसी होल्डर 28 फरवरी 2022 से पहले अपना पैन अपडेट नहीं करता है वह इस IPO में शामिल नहीं हो पाएंगे.
21,500 करोड़ लावारिस रकम
LIC ने बताया है कि उसके पास सितंबर 2021 तक पॉलिसीधारकों के 21,500 करोड़ रुपए ऐसे हैं जो लावारिस हैं. इनका कोई दावा करने वाला नहीं है. मतलब या तो इन पॉलिसीधारकों की मौत हो गई या फिर इनके बारे में उनके परिवार को पता नहीं है. मार्च 2021 तक 18,495 करोड़ रुपए और 2020 मार्च तक यह रकम 16,052 करोड़ रुपए थी, जो मार्च 2019 तक 13,842 करोड़ रुपए थी.
04:29 PM IST