डाटा एनालिटिक्स की मदद से नागरिकों को बेहतर सेवाएं देगी मोदी सरकार
राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र आंकड़ों के विश्लेषण से जुड़े अपने केन्द्र सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डाटा एनालिटिक्स (सीईडीए) के जरिए सरकार के पास उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करेगा.
रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि भारत को डाटा विश्लेषण का बड़ा केन्द्र बनना चाहिए.
रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि भारत को डाटा विश्लेषण का बड़ा केन्द्र बनना चाहिए.
राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र आंकड़ों के विश्लेषण से जुड़े अपने केन्द्र सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डाटा एनालिटिक्स (सीईडीए) के जरिए सरकार के पास उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करेगा. इससे सरकार को इन आंकड़ों के आधार पर निर्णय लेने और नागरिक सेवा प्रदान करने के तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को आंकड़ों का विश्लेषण करने से संबंधित इस केन्द्र- सीईडीए का उद्घाटन किया. सीईडीए विभिन्न सरकारी प्रक्रिया के तहत बड़ी संख्या में एकत्रित होने वाले आंकड़ों का विश्लेषण करेगा. विश्लेषण के आधार पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को बेहतर बनाया जाएगा.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'भारत को डाटा विश्लेषण का बड़ा केन्द्र बनना चाहिए. एनआईसी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.' उन्होंने एनआईसी से नवोन्मेष पर बल देने एवं इस पहलू पर गौर करने को कहा कि किस प्रकार जीएसटी, स्वास्थ्य सेवा एवं अन्य क्षेत्रों से प्राप्त होने वाली सूचना का इस्तेमाल लोगों की बेहतरी के लिए किया जा सकता है.
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ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है कि डाटा विश्लेषण के इस्तेमाल से आंकड़ों पर आधारित फैसलों के जरिए सरकारी एजेंसियों की मदद की जा सकती है. साथ ही विकास से जुड़ी विभिन्न पहलों को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकता है. इसके अलावा मंत्री ने एक मोबाइल टूल 'डिजिवार्ता' का भी उद्घाटन किया. यह ऐप डिजिटल भुगतान को लेकर जागरूकता फैलाने में मदद करेगा. इस टूल का इस्तेमाल ऐप के साथ-साथ साधारण संदेश भेजकर भी किया जा सकता है. डिजिवार्ता के ऐप संस्करण के जरिए लोग बातचीत या वीडियो ट्यूटोरियल्स के माध्यम से भीम एवं यूपीआई के इस्तेमाल के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
08:14 PM IST