कैंसर को हराने वाले युवराज सिंह ने छेड़ी कोरोना के खिलाफ जंग, इस तरह कर रहे आम लोगों की मदद
कोरोना की वजह से छोटे शहरों और छोटे क्लिनिकों पर तैनात डॉक्टरों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है.
दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह कोरोना वॉरियर बनकर मुस्तैदी से जुटे हुए हैं. वेअपने हेल्थ स्टार्टअप के साथ लोगों की मदद कर रहे हैं. उनका स्टार्टअप हेल्थियन्स कोरोना से प्रभावित डॉक्टरो की मदद कर रहा है. (File Photo- PTI)
दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह कोरोना वॉरियर बनकर मुस्तैदी से जुटे हुए हैं. वेअपने हेल्थ स्टार्टअप के साथ लोगों की मदद कर रहे हैं. उनका स्टार्टअप हेल्थियन्स कोरोना से प्रभावित डॉक्टरो की मदद कर रहा है. (File Photo- PTI)
कोरोना काल (coronavirus pandemic) में वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए समाज के हर वर्ग के लोग अपने-अपने तरीके से उतरे हुए हैं. दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह (Cricketer Yuvraj Singh) भी कोरोना वॉरियर बनकर मुस्तैदी से जुटे हुए हैं. वेअपने हेल्थ स्टार्टअप के साथ लोगों की मदद कर रहे हैं.
कोरोना वायरस महामारी के चलते सबसे ज्यादा बोझ स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है. बड़े अस्पताल हों या फिर कोई छोटा नर्सिंग होम, हर जगह भीड़ है, डॉक्टर से लेकर नर्सिंग स्टाफ तक, सभी व्यस्त हैं.
लेकिन हेल्थ सेक्टर में एक वर्ग ऐसा भी जिस पर इस महामारी की मार पड़ी है, वे हैं छोटे क्लिनिक. छोटे शहरों और छोटे क्लिनिकों पर तैनात डॉक्टरों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे ही डॉक्टरों की मदद के लिए सामने आया है क्रिकेटर युवराज सिंह का स्टार्टअप हेल्थियन्स (Healthians).
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यह स्टार्टअप क्लिनिकों को अनलॉक करने में मदद कर रहा है और वह भी बिल्कुल मुफ्त. हेल्थियन्स स्टार्टअप क्लिनिकों को सैनेटाइज करने, कोरोना मानदंडों के मुताबिक डॉक्टर के कैबिन तैयार करने, मरीजों को क्लिनिक खुलने की जानकारी देने और मरीजों को स्क्रीन करने में मदद कर रहा है.
बता दें कि कोरोना के चलते गली-मोहल्लों के क्लिनिक बंद होने की वजह से लॉकडाउन में शुगर, ब्लड-प्रेशर जैसी स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों में कई गुना इजाफा देखने को मिला है. ऐसे में अब क्लिनिकों का सेफ तरीके से खुलना जरूरी हो गया है.
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MedShield के नाम से शुरू की गई इस सर्विस से युवराज सिंह का यह स्टार्टअप डॉक्टरों के बीच डिप्रेशन को रोकने में भी मदद कर रहा है.
इस स्टार्टअप ने बेंगलुरु में डॉक्टरों और नर्सों की मदद के लिए रोबोट रखे थे. गुरुग्राम में कंपनी ने ड्राइव थ्रू कोविड टेस्टिंग सेंटर खोला था और फरीदाबाद में मोबाइल लैब के जरिए कोरोना की जांच का काम किया था.
08:12 PM IST