कैसे निकलते हैं कंपनियों के तिमाही नतीजे? EBITDA जैसे शब्दों का मतलब क्या होता है? क्लियर कर लें कॉन्सेप्ट
कंपनियों के नतीजे आने पर एक्सपर्ट्स तो सलाह देते ही हैं, अपना एनालिसिस करते हैं, लेकिन अगर आपको इसकी बेसिक जानकारी भी होगी तो आप अपने आप भी कैलकुलेशन कर सकेंगे. तो आइए कुछ सवाल-जवाब के जरिए पूरा कॉन्सेप्ट क्लियर कर लेते हैं.
Representative Image (Source: Pexels)
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कंपनियों के नतीजों का सीजन चल रहा है. सितंबर तिमाही के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. अगर आप बिजनेस की खबरों में जरा भी इंट्रस्ट रखते हैं तो आपको इतना जरूर पता होगा कि हर कंपनी अपने सेल्स और प्रॉफिट से जुड़े नतीजे जारी करती रहती है, ताकि उसकी प्रोग्रेस का पता चलता रहे. तिमाही नतीजे भी एक बड़ा सब्जेक्ट है. समझ आ जाए तो बहुत दिलचस्प है. इसके कई पहलू होते हैं, कई कीवर्ड्स हैं जो यूज़ होते हैं, अगर आपको भी इन्हें लेकर कंफ्यूजन होती है तो आपके लिए ही है यह रिजल्ट की पाठशाला, जहां आपको रिजल्ट की बेसिक समझ और ये कैसे कैलकुलेट होता है, जैसी ढेरों जानकारियां मिलेंगी. कंपनियों के नतीजे आने पर एक्सपर्ट्स तो सलाह देते ही हैं, अपना एनालिसिस करते हैं, लेकिन अगर आपको इसकी बेसिक जानकारी भी होगी तो आप अपने आप भी कैलकुलेशन कर सकेंगे. तो आइए कुछ सवाल-जवाब के जरिए पूरा कॉन्सेप्ट क्लियर कर लेते हैं.
सवाल-1 रिजल्ट कब आते हैं?
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कंपनियां हर तिमाही के अंत में अपने नतीजे जारी करती हैं. साल के 12 महीने चार तिमाहियों में बंटे होते हैं. जैसे- जून तिमाही, सितंबर तिमाही, दिसंबर तिमाही और मार्च तिमाही. तिमाही के खत्म होने के 45 दिनों के भीतर कंपनियों को नतीजे जारी करना जरूरी होता है. चौथी तिमाही के नतीजे 60 दिनों तक जारी किए जा सकते हैं. चौथी तिमाही में सालाना नतीजे होने की वजह से 15 दिन का समय ज्यादा दिया जाता है. कंपनी की बोर्ड मीटिंग खत्म होते ही आधे घंटे में नतीजे जारी करना जरूरी होता है.
सवाल- 2 रिजल्ट कहां देख सकते हैं?
नतीजे सबसे पहले स्टॉक एक्सचेंज को भेजे जाते हैं. उसके बाद कंपनी की वेबसाइट और प्रेस रिलीज के जरिए भी नतीजों की घोषणा होती है.
सवाल-3 नतीजों से क्या जानकारी मिलती है?
नतीजों में एक कंपनी मुनाफा, कामकाजी आय, अन्य आय, खर्च के बारे में जानकारी मिलती है. इसमें टैक्स और एकमुश्त आय/ मुनाफा/ नुकसान का पता चलता है.
सवाल-4 नतीजों की बेसिक बातें बताइए
साल दर साल (YoY) और तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) के बेसिस पर नतीजों की तुलना होती है. मुख्य तौर पर कारोबार को मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस में बांटा जा सकता है. IT, टेलीकॉम, एयरलाइंस, बैंक (GNPA, NNPA) सेक्टर के नतीजे QoQ यानी तिमाही-दर-तिमाही देखे जाते हैं. बाकी दूसरे सभी सेक्टर्स के लिए YoY देखे जाते हैं. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में आय और मुनाफे के अलावा EBITDA (Earnings Before Interest Tax Depreciation & Amortisation) अहम होता है और सर्विस सेक्टर में आय और मुनाफे के अलावा EBIT (Earnings Before Interest and Tax) अहम होता है.
#ResultKiPathshala
— Zee Business (@ZeeBusiness) October 14, 2022
रिजल्ट कब-कब आते हैं?✍️
नतीजों से क्या जानकारी मिलती है?
EBITDA और EBIT में क्या अंतर है?
क्या है Other Income और Exceptional Income?
नतीजों की पूरी ABCD देखिए @AnilSinghvi_ के साथ@deepdbhandari https://t.co/zTDksK0BID
सवाल-5 आय में कई बार Other income आती है, कई बार Exceptional Income का आंकड़ा होता है, उसका क्या मतलब है?
Other Income उस आय को कहते हैं जो मुख्य कारोबार का हिस्सा नहीं होती है. Exceptional Income किसी खास वजह से होने वाली एकमुश्त आय को कहते हैं.
सवाल-6 क्या है EBITDA? (कामकाजी मुनाफा)
EBITDA का फुलफॉर्म होता है- Earning Before Interest Tax Depreciation & Amortisation. EBITDA मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के कामकाजी मुनाफा कहते हैं.
सर्विस सेक्टर में सिर्फ कारोबार से होने वाले मुनाफे को कामकाजी मुनाफा कहते हैं. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में वो आय जो ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन/Amortisation को घटाने के पहले हो. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए डेप्रिसिएशन/Amortisation, लोन का ब्याज, टैक्स, कोई अतिरिक्त आय या खर्च, नॉन रेकरिंग आय या खर्च कामकाजी मुनाफे में नहीं आते हैं.
सवाल-7 EBITDA कैसे निकालतें हैं?
कामकाजी आय (Revenue from Operations)
- कुल खर्च (Total Expenses)
+ डेप्रिसिएशन और Amortisation (Depreciation and amortization)
+ ब्याज खर्च (Finance Cost)
= कामकाजी मुनाफा (EBITDA)
सवाल-8 क्या है EBIT ?
EBIT का फुलफॉर्म होता है- Earning Before Interest and Tax. सर्विस इंडस्ट्री के लिए EBIT कामकाजी मुनाफा को कहते हैं. इसका मतलब वो आय जो ब्याज और टैक्स घटाने के पहले हो. सर्विस इंडस्ट्री में उत्पादन नहीं होता, मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं होते इसलिए बड़ा डेप्रिसिएशन नहीं होता.
सवाल-9 कैसे निकालें EBIT?
कामकाजी आय (Revenue from Operations)
- कुल खर्च (Total Expenses)
+ ब्याज खर्च (Finance Cost)
= कामकाजी मुनाफा (EBIT)
सवाल-10 किस इंडस्ट्री के लिए क्या महत्वपूर्ण? सबसे पहले बैंक की बात करते हैं.
बैंकों के रिजल्ट में अहम आंकड़े
1. NII- Net Interest Income
2. NIM- Net Interest Margin
3. GNPA- Gross Non-Performing Asset
4. NNPA- Net Non-Performing Asset
Net Interest Income
बैंकों का पैसों के लेन-देन का कारोबार
पैसे देने पर बैंक को ब्याज मिलता है और पैसे लेने पर बैंक ब्याज देता है
NII= ब्याज कमाया- ब्याज दिया (YoY)
NIM- Net Interest Margin (YoY & QoQ)
NIM यानि औसत निवेश पर कितना नेट ब्याज कमाया
GNPA और NNPA
GNPA- Gross Non-Performing Asset
NNPA- Net Non-Performing Asset
बैंकों को लेनदारों से तय समय पर कर्ज वापस ना मिलना
बैंक ऐसे कर्जदारों का प्रोविजन बनाती है
NNPA= GNPA- प्रोविजन (QoQ)
सवाल-11 FMCG, सीमेंट और स्टील कंपनियों में क्या देखना है?
FMCG (Fast Moving Consumer Goods)
FMCG के रिजल्ट में अहम आंकड़े
1. वॉल्यूम ग्रोथ
2. नतीजों की तुलना साल दर साल (YoY)
सीमेंट/स्टील के रिजल्ट में अहम आंकड़े
1. Realization
2. EBITDA/Ton
Realization यानि किस भाव पर सीमेंट और स्टील बिकी
EBITDA/Ton यानि प्रति टन कितना कामकाजी मुनाफा कमाया
सवाल-12 अगला सेक्टर IT, इस सेक्टर में कहां नजर रखनी है?
IT के रिजल्ट में अहम आंकड़े
1. $आय
2. एट्रिशन रेट
3. डील पाइपलाइन
IT कंपनियों की मुख्य आय विदेश से
$/Rs में उतार-चढ़ाव के चलते $आय देखी जाती है. एट्रिशन रेट यानि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने का आंकड़ा देखा जाता है. इसके अलावा डील पाइपलाइन देखा जाता है कि आने वाले वक्त में सेक्टर में कितना काम मिलेगा.
सवाल-13 रिजल्ट के बाद कहां रखें नजर?
1. मैनेजमेंट की कमेंट्री और हाव-भाव
2. गाइडेंस
3. ऑर्डरबुक का आउटलुक
4. वैल्युएशंस
05:49 PM IST