सऊदी अरामको का आईपीओ 29.4 अरब डॉलर के पार, ग्रीन-शू से बनाया एक और रिकॉर्ड
सऊदी अरामको ने 11 दिसंबर को स्थानीय सऊदी तदावुल एक्सचेंज में कारोबार शुरू किया था.
ग्रीन-शू विकल्प का इस्तेमाल आईपीओ के समय या किसी भी स्टॉक की लिस्टिंग के लिये किया जाता है.
ग्रीन-शू विकल्प का इस्तेमाल आईपीओ के समय या किसी भी स्टॉक की लिस्टिंग के लिये किया जाता है.
दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) लगातार रिकॉर्ड कायम कर रही है. सऊदी अरब की इस दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) रिकॉर्ड 29.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. कंपनी ने ग्रीन शू विकल्प (Greenshoe Option ) का इस्तेमाल कर निवेशकों की मांग को पूरा करने के लिए लाखों और शेयर बेचे हैं, जिससे आईपीओ की राशि बढ़ गई है.
सऊदी अरामको ने कहा कि आईपीओ प्रक्रिया के तहत 45 करोड़ अतिरिक्त शेयरों की बिक्री की गई. इस कंपनी की ज्यादातर हिस्सेदारी सरकार के पास है. कंपनी ने 11 दिसंबर को स्थानीय सऊदी तदावुल एक्सचेंज में कारोबार शुरू किया था.
कारोबार के दूसरे दिन कंपनी का शेयर 10 डॉलर प्रति शेयर पर पहुंच गया था. इससे अरामको का बाजार पूंजीकरण 2,000 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे वह बड़ी आसानी से दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई.
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अतिरिक्त शेयरों की बिक्री का मतलब है कि अरामको ने सार्वजनिक रूप से अपने 1.7 प्रतिशत शेयर बेचे हैं. अतिरिक्त शेयरों की बिक्री से पहले ही अरामको का आईपीओ दुनिया की सबसे बड़ी शेयर बिक्री बन चुका था.
ग्रीन-शू विकल्प
ग्रीन-शू को ओवर-अलॉटमेंट प्रावधान भी कहते हैं. इस विकल्प को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने शेयरों की बाज़ार की कीमतों को स्थिरता प्रदान करने के लिये पेश किया था.
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ग्रीन-शू विकल्प का इस्तेमाल आईपीओ के समय या किसी भी स्टॉक की लिस्टिंग के लिये किया जाता है, जिससे सफल शुरुआती मूल्य सुनिश्चित किया जा सके. अगर शेयर की कीमत जारी मूल्य से कम या अधिक होती है तो प्रस्तावक प्रस्तावित मूल्य पर 15% शेयर खरीद सकता है. उपरोक्त विकल्प, एक मूल्य स्थिरीकरण तंत्र के रूप में कार्य करता है.
05:39 PM IST