आम आदमी को मिलेगी बड़ी राहत, सस्ता होगा चावल, सरकार करने जा रही है दामों में कटौती
सरकार खुले बाजार में चावल बिक्री को बढ़ावा देने के लिए आरक्षित मूल्य में लगभग 500 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने पर विचार कर रही है.
चावल के आरक्षित मूल्य को 2,785 रुपये प्रति क्विंटल से घटाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल करने के बारे में विचार किया जा रहा है.
चावल के आरक्षित मूल्य को 2,785 रुपये प्रति क्विंटल से घटाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल करने के बारे में विचार किया जा रहा है.
आम आदमी को एक और बड़ी राहत मिलने वाली है. सरकार चावल के दामों (Rice Price) में बड़ी कटौती करने जा रही है. सरकार खुले बाजार में चावल बिक्री (Rice Sale) को बढ़ावा देने के मकसद से थोक खरीदारों के लिए आरक्षित मूल्य (reserve price) में लगभग 500 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने पर विचार कर रही है. देश में चावल के भारी बफर स्टॉक होने के बीच यह कदम उठाया जा रहा है.
भारत में चावल का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है और इसकी खपत भी बहुत ज्यादा है. सरकार ने चावल की कीमतों में कटौती का फैसला किया है. गेहूं की कीमतों में कोई बदलाव की योजना फिलहाल नहीं है.
भारत सरकार की गेहूं के आरक्षित मूल्य (reserve price) में कोई भी संशोधन करने की कोई योजना नहीं है और गेहूं की वर्तमान आरक्षित कीमत 2019-20 की शेष अवधि के दौरान पूर्ववत बनी रहेगी.
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सरकार, वर्ष 2019-20 में खुली बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत केंद्रीय पूल स्टॉक से बिक्री को बढ़ावा देने के लिए चावल के आरक्षित मूल्य को 2,785 रुपये प्रति क्विंटल से घटाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल करने के बारे में विचार कर रही है.
खाद्य मंत्रालय, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा बफर स्टॉक में भंडारित किये गये गेहूं और चावल को बेचने के लिए ओएमएसएस का संचालन करता है. अनाज को आरक्षित मूल्य पर आटा एवं चावल मिलों और उपभोक्ता उद्योगों को निविदा के माध्यम से बेचा जाता है.
अनाज की खरीद और वितरण के लिए सरकार की नोडल एजेंसी एफसीआई के पास 2.31 करोड़ टन चावल जबकि 3.73 करोड़ टन गेहूं है. 1 नवंबर को कुल अनाज भंडार लगभग 6 करोड़ टन का था.
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एफसीआई ने चालू वित्त वर्ष में थोक उपभोक्ताओं को एक करोड़ टन गेहूं बेचने का फैसला किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक होगा. गेहूं का आधार मूल्य 2,080 रुपये प्रति क्विंटल है. पिछले वित्त वर्ष के दौरान एफसीआई ने 70 लाख टन गेहूं की बिक्री की थी.
09:13 PM IST