PayU ने इस Startup में लगाए 40 करोड़ रुपये, सीमा पार भुगतान को बनाता है आसान है ये स्टार्टअप
डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर पेयू (PayU) ने सोमवार को भारतीय एमएसएमई व्यापारियों के लिए वैश्विक भुगतान को आसान बनाने को लेकर सीमा पार भुगतान प्लेटफॉर्म ब्रिस्कपे (BRISKPE) में सीड राउंड (Seed Funding Round) में 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 40 करोड़ रुपये के निवेश (Investment) की घोषणा की.
डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर पेयू (PayU) ने सोमवार को भारतीय एमएसएमई व्यापारियों के लिए वैश्विक भुगतान को आसान बनाने को लेकर सीमा पार भुगतान प्लेटफॉर्म ब्रिस्कपे (BRISKPE) में सीड राउंड (Seed Funding Round) में 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 40 करोड़ रुपये के निवेश (Investment) की घोषणा की. कंपनी ने कहा कि यह निवेश अंतरराष्ट्रीय भुगतान के लिए पेयू इंडिया की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और इसके मौजूदा निर्यात और आयात की पेशकश को पूरा करता है.
पेयू के मुख्य निवेश अधिकारी विजय अगिचा ने कहा, "ब्रिस्कपे की टॉप मैनेजमेंट टीम, डिजिटल-फर्स्ट बिजनेस मॉडल और बैंकिंग सिस्टम में विशेषज्ञता के साथ, हम उनके भविष्य के विकास को आकार देने में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए उत्साहित हैं.'' उन्होंने कहा, "हम सीमा पार से भुगतान की संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं और भारत में आर्थिक विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
कंपनी के अनुसार, ब्रिस्कपे की स्थापना भारतीय व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाने के लिए दक्षता, पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए की गई है. ब्रिस्कपे के सह-संस्थापक और सीईओ संजय त्रिपाठी ने कहा, "यह पार्टनरशिप एमएसएमई के लिए सीमा पार लेनदेन को सरल बनाने, उन्हें वैश्विक स्तर पर विस्तार देने की दिशा में एक बड़ा कदम है."
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
उन्होंने कहा, "ब्रिस्कपे में, हम अंतरराष्ट्रीय व्यापार को घरेलू लेनदेन जितना आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारे अभिनव समाधान स्थानीय व्यवसायों को वैश्विक बाजार में पनपने के लिए सशक्त बनाते हैं."
इसके अतिरिक्त, पेयू ने कहा कि वह नए नियामक लाइसेंसों का पालन कर अंतरराष्ट्रीय भुगतान को सरल बनाने में निवेश करना जारी रखेगा. पिछले सप्ताह, पेयू को भुगतान निपटान अधिनियम, 2007 के तहत पेमेंट्स एग्रीगेटर (पीए) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से सैद्धांतिक मंजूरी मिली.
05:17 PM IST