रेल यात्रा और होगी सुरक्षित, रेलवे UVC लाइट रोबोट से करेगा कोच को डिसइंफेक्ट
कोरोना संक्रमण से यात्रियों को बचाने के अलावा ये मानव रहित व्यवस्था स्टाफ को भी संक्रमित जगह के संपर्क में आने से बचाएगा.
भारतीय रेलवे सफर के दौरान कोरोना की रोकथाम के लिए हर कदम अहतियात बरतने की कोशिश करता नजर आता है. त्योहारी सीजन और कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं के बीच रेलवे यात्रियों की सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चत करने के लिए अब कोच के भीतर कोरोना संभावित जगहों को डिसइंफेक्ट करने के लिए अब UVC लाइट का इस्तेमाल करना शुरू किया है.खास बात ये है कि इसके लिए रोबोट का सहारा लिया जा रहा है ताकि सैनेटाइजेशन प्रोसेस में स्टाफ के मानवी हस्ताक्षेप को कम किया जा सके.
इस ट्रेन से शुरू हुआ प्रयोग
दिल्ली डिवीजन ने टेक्नोलॉजी ड्रिवन डिसइन्फेक्शन प्रोग्राम की शुरुआत की है. पैसेंजर ट्रेनों में कोच के भीतर ये रोबोट शत प्रतिशत सैनिटाइज करने के लिए UVC लाइट का इस्तेमाल करता है. UVC लाइट अपने अल्ट्रावायलेट किरणों से कंपार्टमेंट के भीतर यात्रियों के संपर्क में आए जगहों को अच्छी तरह से डिसइंफेक्ट करती है. ट्रेन नंबर 02004 नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस में पहली बार इस यूवीसी लाइट रोबोट की मदद से डिसइनफेक्टेंट का काम किया जा रहा है.
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साबित हो रहा मददगार
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दरअसल कोच को पूरी तरह से डिसइंफेक्ट करने की लिए रोबोट के इस्तेमाल की ओर एक साल पहले विचार शुरू किया गया था. रायपुर मंडल ने इसके लिए इस यूवीसी लाइट से लैस रोबोट को तैयार किया है. ये रोबोट AC कोचों में खासे काम आ रहे हैं क्योंकि वहां वेंटिलेशन के लिए खिड़ियां खुली नहीं होती हैं. साथ ही रेलवे इसे न केवल कोचों के लिए बल्कि संक्रमण के लिए ज्यादा संभावित जगहों के लिए भी इनका इस्तेमाल कर रहा है.
यात्रा सुरक्षित बनाने का मकसद
बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान संक्रमण की रोकथाम के लिए ट्रेनों का संचालन रोका गया था. इसके बाद से रेलवे लगातार रेल सफर को सुरक्षित बनाने के लिए उपाय अपनाते जा रहा है. इसी कड़ी में अब यूवीसी रोबोट से क्लीनिंग के अनोखे उपाय को दिल्ली मंडल से अपनाना शुरू किया गया है.
04:07 PM IST