हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कितनी है आसान और फायदेमंद, रंग देखकर पता लगाएं
ऑरेन्ज कलर कोड वाला प्रोडक्ट थोड़ा जटिल होगा और इस कैटेगरी के लिए स्कोर 2 से 4 तक होना होगा.
सभी व्यक्तिगत हेल्थ पॉलिसी का 7 मानकों के हिसाब से स्कोर तय किया जाएगा. (प्रतिकात्मक चित्र)
सभी व्यक्तिगत हेल्थ पॉलिसी का 7 मानकों के हिसाब से स्कोर तय किया जाएगा. (प्रतिकात्मक चित्र)
पॉलिसी होल्डर और बीमा कंपनियों की सहूलियत के लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण आईआरडीएआई (IRDAI) ने एक बड़ा फैसला किया है. आने वाले दिनों में आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (health insurance) का ग्रीन, रेड और ऑरेन्ज कलर कोड होगा. इससे फायदा यह होगा कि आप पॉलिसी का रंग (health insurance color coding) देखकर ही पहचान जाएंगे किए इस पॉलिसी में क्या-क्या कवर हो रहा है और क्या कवरेज से बाहर है.
ग्राहकों को सहूलियत देने के लिए और मिससैलिंग को रोकने के लिए सभी व्यक्तिगत हेल्थ पॉलिसी का 7 मानकों के हिसाब से स्कोर तय किया जाएगा और स्कोर के मुताबिक पॉलिसी का कलर कोड तय किया जाएगा.
- सबसे आसान इंश्योरेंस पॉलिसी का कलर कोड ग्रीन और स्कोर शून्य (0) से 2 तक होगा.
- ऑरेन्ज कलर कोड वाला प्रोडक्ट थोड़ा जटिल होगा और इस कैटेगरी के लिए स्कोर 2 से 4 तक होना होगा.
- ग्रीन और ऑरेन्ज कलर कोड के बाद सबसे ज्यादा मिश्रता वाली कैटेगरी होगी रेड और इस के लिए स्कोर 4 से 6 तक होना जरूरी है.
सात मानकों पर तय होगा हेल्थ इंश्योरेंस स्कोर
सात मानकों पर हेल्थ इंश्योरेंस का स्कोर तय किया जाएगा और सभी 7 मानकों की बराबर मान्यता होगी. सभी इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स का 0 से 6 तक का स्कोर होगा. इन 7 मानकों में वैकल्पिक कवर की संख्या, वेटिंग पीरियड के महीने, सब-लिमिट के तहत कुल ट्रिटमेंट की संख्या, कवर नहीं होने वाली बीमारियों की संख्या और पॉलिसी की शर्तों में सरलता शामिल हैं.
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पॉलिसी लेते वक्त ही मिलेगा कलर कोड
पॉलिसी लेते वक्त ग्राहक को कलर कोड पता रहेगा. कंपनियों को विज्ञापन के वक्त कलर कोड बताना होगा और वेबसाइट पर भी पॉलिसी की डिटेल्स के साथ स्कोर और कलर कोड बताना जरूरी होगा. कलर कोडिंग के ड्राफ्ट पर 15 अक्टूबर तक बीमा कंपनियां अपने नए सुझाव पेश कर सकती है.
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मैग्मा एचडीआई जनरल इंश्योरेंस (Magma HDI General Insurance Company) के प्रबंध निदेश और सीईओ राजीव कुमार स्वामी के मुताबिक IRDAI के प्रस्ताव से ग्राहक आसानी से पॉलिसी को समझ पाएंगे और हेल्थ इंश्योरेंस की खरीद आसान होगी. क्योंकि, ग्राहक हमेशा आसानी से समझने वाला प्रोडक्ट चाहते हैं. कलर से एक प्रतीकात्मक सोच के जरिए ग्राहक में सही समझ बनती है.
03:07 PM IST