IPL के खुमार के बीच बनाएं फाइनेंशियल पोर्टफोलियो की Dream-11, पावर प्ले का उठाएं फायदा, लगेंगे कमाई के छक्के-चौके
Indian Premier league (IPL) का खुमार इन दिनों सिर चढ़कर बोल रहा है. क्रिकेट के रोमांच (IPL Cricket Match) के बीच कमाई की भी बात होती है. लेकिन, ये कमाई खिलाड़ियों की होती है.
Indian Premier league (IPL) का खुमार इन दिनों सिर चढ़कर बोल रहा है. क्रिकेट के रोमांच (IPL Cricket Match) के बीच कमाई की भी बात होती है. लेकिन, ये कमाई खिलाड़ियों की होती है. फ्रेंचाइजी की होती है. स्पॉन्सर्स की होती है. लेकिन, अगर दर्शक चाहें तो वो भी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें क्रिकेट की पिच पर नहीं कमाई की पिच पर उतरना होगा. जैसे क्रिकेट में जीत पूरी एक टीम पर निर्भर करती है. वैसे ही कमाई के मैच में भी सही टीम तैयार करना जरूरी है. सिर्फ बैटिंग के भरोसे रहे तो गेंदबाजी में स्कोर बचाने में पसीने छूट जाएंगे. विपक्षी टीम की धुआंदार बैटिंग से बचाने हैं तो आपको अच्छी फील्डिंग की भी जरूरत है. जिस तरह टीम में बस बल्लेबाज नहीं हो सकते ठीक उसी तरह आप अपनी टीम में सिर्फ गेंदबाज नहीं रख सकते. बैलेंस जरूरी है. टीम में ऑलराउंडर चाहिए तो स्पिनर और फास्ट बॉलर भी, विकेट कीपर भी. बस यही है फाइनेंशियल पोर्टफोलियो (Financial Planning) बनाने का भी मंत्र- बैलेंस यानी संतुलन.
फाइनेंशियल प्लानिंग में विपक्षी टीम कौन?
विपक्षी टीम वो हैं जो आपके प्लान को चौपट कर सकती है. बढ़ती महंगाई या कोरोना जैसा कोई ब्लैक स्वान इवेंट, या फिर कोई मेडिकल इमरजेंसी और दिक्कतें जिनसे फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) को चोट पहुंचती है. महंगाई बढ़ने का मतलब है कि विपक्षी टीम का स्कोर बढ़ रहा है तो आपकी टीम को उससे ज्यादा रन बनाने के लिए और मेहनत करनी होगी. मेडिकल इमरजेंसी होने पर आपके विकेट धड़ाधड़ ना गिरते जाएं, इसके लिए भी जरूरी है कि आपने अपने पोर्टफोलियो में ऐसा डिपेंडेबल प्लेयर चुना हो जो टिका रहे.
पावर प्ले का उठाएं फायदा
युवा जब कमाई शुरू करते हैं तो ये पावर प्ले जैसा है. आप पर इस वक्त जिम्मेदारियां आम तौर पर कम रहती हैं. निवेश को लंबा वक्त दे पाने के लिए उम्र आपके पक्ष में रहती है और रिस्क क्षमता भी जिंदगी के आगे के पड़ाव के मुकाबले ज्यादा रहती है. मतलब ये कि यही समय है जब आपको कमाई के लिए दांव लगाने शुरू कर देने चाहिए. शुरुआत से ही प्लानिंग (Financial Planning) करेंगे तो आखिरी ओवर्स में दबाव भी कम रहेगा. या यूं कहें कि पुख्ता प्लानिंग होने पर ओवर खत्म होने से पहले भी आप जीत हासिल कर सकते हैं. 60 से पहले भी रिटायरमेंट की प्लानिंग हो सकती है. पावर प्ले टीम को आप अपनी नौकरी से मिलने वाले बोनस या इंसेंटिव के तौर पर देख सकते हैं. इस बोनस का सही इन्वेस्टमेंट आपको जीत के और करीब पहुंचाएगा.
टीम में किस तरह के खिलाड़ी चाहिए?
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आपके फाइनेंशियल पोर्टफोलियो में इक्विटी जैसे बेहतरीन रिटर्न देने वाले विकल्प होने चाहिए, वहीं डेट ऑप्शन और गोल्ड जैसे बॉलर जो समय आने पर आपका रिस्क कम करें और रन बचाए. डेट में जोखिम कम होता है. आपके पोर्टफोलियो में फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे सुरक्षित निवेश की भी जरूरत है, जिनके फेल होने की आशंका ना हो. इंश्योरेंस जैसे फील्डर जो किसी भी मेडिकल रिस्क में आपकी सुरक्षा करें. इमरजेंसी फंड को अपना ट्वेल्थ मैन मानें. किसी भी प्लेयर के घायल होने या किसी भी इमरजेंसी के वक्त यही काम आएगा.
हर मैच की प्लानिंग अलग होनी चाहिए
शॉर्ट, मीडियम और लॉन्ग टर्म प्लानिंग को ऐसे समझें जैसे टी20, वन डे और टेस्ट मैच. ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के पंकज मठपाल के मुताबिक, लंबी अवधि के लिए आप अपनी टीम में 80 फीसदी निवेश इक्विटी में कर सकते हैं और 20 फीसदी निवेश डेट फंड में करना चाहिए. इक्विटी में लार्ज और मिडकैप में एक्सपोजर होना चाहिए. वहीं, मध्यम अवधि के लिए 50% डेट और 50% निवेश इक्विटी में कर सकते हैं. छोटी अवधि के लिए आप 20-30% निवेश ही इक्विटी में रखें और बाकी डेट में लगाएं
फ्री-हिट का फायदा कैसे लें?
कमाई की फ्री-हिट कम ही मिलते हैं, लेकिन जब भी मिले तब इसका फायदा उठाना चाहिए. इसका सीधा उदाहरण HDFC-HDFC Bank मर्जर से ले सकते हैं. जैसे ही ये खबर आई, ज्यादातर एक्सपर्ट ने दोनों स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह दी. ये एक दिन के लिहाज से ठीक होता है. ऐसे में ये फ्री हिट आपको एक दिन में बढ़िया रिटर्न दिला सकती है. लेकिन, फ्री हिट के इंतजार में न रहें. तो कुल मिलाकर बात ये है कि Dream 11 पर अगर टीम बनाने से फुर्सत मिले तो आपको फाइनेंशियल पोर्टफोलियो की टीम भी तैयार करनी चाहिए. तभी आप अपनी जिंदगी में क्रिकेट मैच की तरह कमाई के चौके-छक्के लगा पाएंगे.
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02:41 PM IST