e-Shram card: ई-श्रम कार्ड से 38 करोड़ असंगठित मजदूरों की जिंदगी में कैसे आएगा बदलाव, पढ़ें डिटेल्स
e-Shram card: श्रमिकों को अपने रजिस्ट्रेशन के लिए जगह-जगह चक्कर न काटना पड़े, इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है. लगभग हर गांव में कॉमन सर्विस सेंटर है और लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंच रहे हैं. जहां तक डॉक्यूमेंट की बात है, तो मंत्रालय ने काफी आसान प्रावधान रखा है.
ई-श्रम के लिए एक राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर- 14434 भी शुरू किया गया है. (फोटो: पीटीआई)
ई-श्रम के लिए एक राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर- 14434 भी शुरू किया गया है. (फोटो: पीटीआई)
e-Shram card: ई-श्रम कार्ड योजना से असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को कई फायदे होंगे. इस योजना से देश के लगभग 38 करोड़ से ज्यादा श्रमिक संगठित हो सकेंगे. इस कार्ड की खास बात ये है कि आने वाले समय में सरकार की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी जो भी योजनाएं होंगी, श्रमिकों को उनका फायदा दिया जाएगा. उन्हें एक कार्ड भी दिया जाएगा, जिसके जरिए मजदूर अगर दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं, तो उन्हें अपनी स्किल के आधार पर काम करने का मौका मिल सके.
क्या है ई-श्रम कार्ड?
ई-श्रम कार्ड के जरिए देश के करीब 38 करोड़ असंगठित मजदूरों का डाटा तैयार करना है. इस कार्ड पर उनका 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) बनेगा. जिस पर उनके कार्य क्षेत्र और परिवार से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध होंगी. इससे उन्हें सरकार की ओर से चलाई जा रही तमाम सुविधाएं बिना किसी रुकावट के मिल सके.
क्यों है ई-श्रम कार्ड जरूरी?
दरअसल देखा गया कि देश में असंगठित क्षेत्र के तीन-चार तरह के श्रमिक या मजदूर काम करते हैं, जिन्हें काफी मदद की जरूरत है. इसमें ग्रामीण इलाकों में खेती के काम या मेहनत मजदूरी करने वाले, दूसरे जो शहरों आदि में घरों में काम करते हैं. वहीं तीसरे वो जो खुद का रोजगार करते हैं, जैसे- रेहड़ी, पटरी वाले. इसके अलावा कंस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूर को भी सामाजिक सुरक्षा की जरूरत है. कोरोना काल में कई योजनाएं चलाईं गई, लेकिन उस वक्त समस्या ये थी कि किस मजदूर या श्रमिक तक मदद पहुंच पाएगी या नहीं, इसके लिए कोई डाटाबेस या रिकॉर्ड नहीं था. ऐसा इसलिए क्योंकि ये मजदूर एक जगह नहीं रहते हैं. जहां काम मिलता है वहां चले जाते हैं.
TRENDING NOW
ग्रामीण क्षेत्रों में कॉमन सर्विस सेंटर कर रहे मदद
श्रमिकों को अपने रजिस्ट्रेशन के लिए जगह-जगह चक्कर न काटना पड़े, इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है. लगभग हर गांव में कॉमन सर्विस सेंटर है और लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंच रहे हैं. जहां तक डॉक्यूमेंट की बात है, तो मंत्रालय ने काफी आसान प्रावधान रखा है. मजदूर सिर्फ अपना आधार नंबर लेकर जा सकते हैं, अगर आधार से बैंक अकाउंट जुड़ा हुआ है, तो बैंक अकाउंट भी देने की जरूरत नहीं है. अधिकांश रजिस्ट्रेशन कॉमन सर्विस सेंटर से हुए हैं. अगर कोई खुद से कराना चाहता है तो www.eshram.gov.in पोर्टल के जरिए करा सकते हैं.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
इन जगहों पर भी करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
एक राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर- 14434 भी शुरू किया गया है. जिस पर कॉल करके कोई समस्या का समाधान पा सकते हैं. यहां ये भी जानना जरूरी है कि सिर्फ सीएससी ही नहीं लेबर ऑफिस, या फिर खुद से भी फोन के जरिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बता दें कि ई-श्रमिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद UAN नंबर मिलता है, जो काफी महत्वपूर्ण हैं. इस नंबर पर मजदूर के परिवार के सदस्य आदि की जानकारी रहती है.
ई-श्रम पोर्टल और कार्ड से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
– देश के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए ई-श्रम पोर्टल है
– देश के हर मजदूर का रिकॉर्ड रखा जाएगा
– प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का मिलेगा लाभ
– मुश्किल घड़ी में श्रमिकों को योजनाओं का मिलेगा लाभ
– रजिस्टर्ड श्रमिक की मृत्यु होने पर परिजनों को 2 लाख रुपये मिलेंगे, वहीं पूर्ण अपंग होने पर मजदूर 2 लाख रु. का होगा हकदार
– आंशिक रूप से विकलांग को 1 लाख रुपये मिलेंगे
– ई-श्रम कार्ड पूरे देश में मान्य होगा
– दूसरे राज्यों में काम मिलने में भी होगी आसानी
– देश के करोड़ों असंगठित कामगारों को पहचान मिलेगी
09:36 PM IST