7th Pay Commission : 11 दिसम्बर से मुश्किल होगी रेल यात्रा, रेल कर्मियों ने लिया वर्क टू रूल पर अंतिम निर्णय
रेल कर्मियों के संगठन नॉर्दन रेलवे मेन्स यूनियन का 70 वां वार्षिक सम्मेलन 15 से 17 नवम्बर के बीच लखनऊ में आयोजित किया गया है. रविवार को रेल मंत्री की ओर से युनियन द्वारा रेल कर्मियों को भड़काने की बात कहे जाने के विरोध में रेल कर्मियों ने काफी सख्त तेवर अपना लिए हैं.
रेल कर्मियों ने की वर्क टू रूल के तहत काम करने की घोषणा (फाइल फोटो)
रेल कर्मियों ने की वर्क टू रूल के तहत काम करने की घोषणा (फाइल फोटो)
रेल कर्मियों के संगठन नॉर्दन रेलवे मेन्स यूनियन का 70 वां वार्षिक सम्मेलन 15 से 17 नवम्बर के बीच लखनऊ में आयोजित किया गया है. रविवार को रेल मंत्री की ओर से युनियन द्वारा रेल कर्मियों को भड़काने की बात कहे जाने के विरोध में रेल कर्मियों ने काफी सख्त तेवर अपना लिए हैं. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महासचिव ने बताया कि सम्मेलन के दौरान वर्किंग कमेटी ने 11 दिसम्बर से वर्क टू रूल के तहत काम करने पर अंतिम निर्णय ले लिया है. इस निर्णय के तहत सभी कर्मी अपनी निर्धारित समय सीमा में ही काम करेंगे.
क्या है वर्क टू रूल
नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के दिल्ली मंडल के सचिव अनूप शर्मा ने बताया कि इस वार्षिक सम्मेलन में वर्किंग कमेटी ने अंतिम तौर पर वर्क टू रूल क तहत काम करने का निर्णय ले लिया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पहले ही प्रशासन को नोटिस दिया जा चुका है. उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान 7वें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने, न्यूनतम वेतन में वृद्धि व पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांगों को प्रमुखता से रखा गया. उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही रेलवे कर्मचारियों की इन समस्याओं का समाधान सरकार की ओर से नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
रेल कर्मियों की ये हैं कुछ प्रमुख मांगें
रनिंग कर्मचारियों के रनिंग एलाउंस व अन्य भत्तों को 7 वें सेतन आयोग के तहत दिया जाए. वहीं अब तक के भत्तों का एरियर जल्द से जल्द दिया जाए.
गुड्स गार्ड, सहायक लोको पायलट, लोको पायलट व गार्ड को अतिरिक्त भत्ते देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए. साथ ही रेलवे गार्ड के पदनाम में जल्द से जल्द परिवर्तन किया जाए.
तकनीशियन ग्रेड 2 को तकनीशियन ग्रेड 1 के साथ समाहित कर उच्च वेतनमान दिया जाए. ग्रुप सी के शीर्ष कर्मचारियों को ग्रुप बी का दर्जा दिया जाए. 4600 ग्रेड पे वाले कर्मियों के वेतन में सुधार कर उन्हें 4800 ग्रेड पे दिया जाए.
जिन श्रेणियों में कैडर रीस्ट्रैचर नहीं हुए हैं उनमें जल्द से जल्द कैडर की रीस्ट्रक्चरिंग की जाए.
रेलवे कॉलोनियों की दुर्दशा को जल्द ठीक किया जाए.
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05:15 PM IST