पूरे देश में 4 महीने का अनाज भेजने के ऑर्डर हुए जारी, एफसीआई को दी गई जिम्मेदारी
बरसात का मौसम शुरू हो रहा है. इसको देखते हुए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग और एफसीआई (FCI) को आदेश दिए हैं कि देश के हर कोने तक अगले चार महीने का पर्याप्त अनाज मिशन मोड में जल्द से जल्द पहुंचा दिया जाए, ताकि बरसात में कहीं भी खाद्यान्न की कमी न हो.
एफसीआई देश के दुर्गम से दुर्गम पहाड़ी इलाकों तक हर हाल में अनाज पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहा है.(आईएएनएस)
एफसीआई देश के दुर्गम से दुर्गम पहाड़ी इलाकों तक हर हाल में अनाज पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहा है.(आईएएनएस)
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण (Central Consumer Affairs, Food and Public Distribution) मंत्री राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) को सरकारी स्कीम्स के तहत अनाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए चार महीने का अनाज देश के हर कोने में पहुंचाने का आदेश दिया है. केंद्रीय मंत्री ने बरसात के मौसम में ट्रांसपोर्ट को लेकर पैदा होने वाली परेशानी को देखते हुए एफसीआई को यह आदेश दिया है.
पासवान ने ट्वीट के जरिए कहा कि बरसात का मौसम शुरू हो रहा है. इसको देखते हुए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग और एफसीआई (FCI) को आदेश दिए हैं कि देश के हर कोने तक अगले चार महीने का पर्याप्त अनाज मिशन मोड में जल्द से जल्द पहुंचा दिया जाए, ताकि बरसात में कहीं भी खाद्यान्न की कमी न हो.
बरसात का मौसम शुरू हो रहा है। इसके मद्देनजर खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग और @FCI_India को निर्देश दिए हैं कि देश के हर कोने तक अगले चार महीने का पर्याप्त अनाज मिशन मोड में जल्द से जल्द पहुंचा दिया जाए ताकि बरसात में परिवहन की दिक्कतों के कारण कहीं भी खाद्यान्न की कमी न हो।
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) June 14, 2020
मानसून के पहुंचने के साथ देश के अलग-अलग इलाकों में बारिश होने लगी है और बरसात के चार महीने के दौरान खासतौर से उन पहाड़ी इलाकों में अनाज पहुंचाना मुश्किल होता है जो रेल और सड़क मार्ग से जुड़े नहीं है. एफसीआई इस क्रम में उत्तराखंड स्थित पिथौरागढ़ के पंगला गोदाम से हिमालय के दुर्गम इलाकों में अनाज पहुंचाने के लिए बकरियों का इस्तेमाल कर रही है.
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पासवान ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि एफसीआई देश के दुर्गम से दुर्गम पहाड़ी इलाकों तक हर हाल में अनाज पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहा है. उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पंगला गोदाम से हिमालय के वैसे दुर्गम गांवों तक जहां घोड़े भी नहीं पहुंच सकते, वहां कद्दावर पहाड़ी बकरियां अनाज पहुंचा रही हैं.
खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानी एनएफएसए (NFSA) के तहत देश के करीब 81 करोड़ राशन कार्डधारकों को सस्ता अनाज उपलब्ध करवाने समेत दूसरी स्कीम्स के लिए हर महीने 55 लाख टन अनाज की जरूरत होती है.
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इसके अलावा, मौजूदा कोरोना संकट काल में केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यानी पीएमजीकेएवाई के तहत राशन कार्डधारकों को अप्रैल, मई और जून के दौरान हर महीने पांच किलो अनाज और प्रत्येक परिवार को एक किलो दाल मुफ्त मुहैया करवाई जा रही है.
05:31 PM IST