इनकम टैक्स अफसर चुन-चुन कर वसूलेंगे टैक्स, होशियारी दिखाने वालों पर होगा FIR
एजेंसी ने अपने अधिकारियों को कर चोरी की चाल चलने वालों के खिलाफ अदालत में मामले दर्ज करने का निर्देश दिए हैं. निर्देश में कहा गया है कि वसूली को तेज करने के लिए अब अधिकतम प्रयासों की जरूरत है.
नियमित आकलन के आधार पर कर की वसूली में वृद्धि केवल 1.1 प्रतिशत है.
नियमित आकलन के आधार पर कर की वसूली में वृद्धि केवल 1.1 प्रतिशत है.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आयकर विभाग के अधिकारियों को कर संग्रह की रफ्तार बढ़ाने के लिए ‘प्रयास तेज’ करने और चुन-चुन कर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा एजेंसी ने अपने अधिकारियों को कर चोरी की चाल चलने वालों के खिलाफ अदालत में मामले दर्ज करने का निर्देश दिए हैं. सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने आयकर विभाग के सभी प्रधान मुख्य आयुक्तों को पत्र लिखकर कर वसूली के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा है. चालू वित्त वर्ष में अब तीन महीने बाकी रह गए हैं.
लक्ष्य से अब भी कम
बोर्ड के प्रमुख ने अपने पत्र में कहा है कि नियमित आकलन के आधार पर कर (नोटिस के आधार पर बकाया और वर्तमान मांग) की वसूली में वृद्धि केवल 1.1 प्रतिशत है. पिछले वर्ष इस तरह की वसूलियों की वृद्धि दर इसी दौरान 15.6 प्रतिशत थी. चंद्रा ने कहा है कि दिसंबर के अंत में कर वसूली की वृद्धि दर 13.6 प्रतिशत रही है जबकि लक्ष्य 14.7 प्रतिशत है. उन्होंने लिखा है,‘ सकल वसूली की वृद्धि की स्थिति 14.1 प्रतिशत के साथ थोड़ी अच्छी है लेकिन यह बजट में 11,50,000 करोड़ रुपये की वसूली के लक्ष्य को हासिल करने की दृष्टि से अब भी कम है.’’
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कर वसूली वास्तव में घटी
इसमें कहा गया है, “सामान्य आकलन में अधिकतर क्षेत्रों में कर वसूली वास्तव में घटी है. यह गंभीर चिंता का विषय है और वसूली को तेज करने के लिए अब अधिकतम प्रयासों की जरूरत है.” सीबीडीटी आयकर विभाग के लिए नीति बनाती है और उसके कार्यों की निगरानी करता है. चंद्रा ने कहा है कि प्रत्यक्ष कर वसूली के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कुछ रणनीतियों का सुझाव दिया है और उन्हें उन्हें लागू करने को कहा है.
(इनपुट एजेंसी से)
08:20 PM IST