IFFCO ने दिया किसानों को दिवाली गिफ्ट, खाद के दाम में कटौती का ऐलान
हर फसल की बढ़वार और पैदावार के लिए फसल को 16 तरह के पोषक तत्वों की जरुरत रहती है.
NP खाद में पोषक तत्व नाईट्रोजन और पोटेसियम होते हैं. कट्टे पर इसके अनुपात की मात्रा लिखी होती है. (Image-IFFCO)
NP खाद में पोषक तत्व नाईट्रोजन और पोटेसियम होते हैं. कट्टे पर इसके अनुपात की मात्रा लिखी होती है. (Image-IFFCO)
सहकारी उर्वरक कंपनी इफको (IFFCO) ने एनपी खाद (NP fertilizer) की अधिकतम खुदरा कीमत में 50 रुपये प्रति बोरी की कमी कर इसे 925 रुपये करने का ऐलान किया है. एनपी खाद की कीमतों (NP fertilizer price) में यह कटौती पूरे देश में तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है.
इफको के प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉक्टर यूएस अवस्थी (Dr US Awasthi) ने इस बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि एनपी उर्वरक की कीमतों में कमी करने से कृषि लागत में कमी आएगी और इससे किसानों की आमदनी (Farmers Income) में इजाफा होगा. इफको का यह कदम प्रधानमंत्री की 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की योजना के मुताबिक है.
डॉ. यूएस अवस्थी ने अपने एक ट्वीट संदेश में लिखा, 'हमें यह बताते हुए ख़ुशी है कि इफको द्वारा पूरे भारत में एनपी 20:20:0:13 उर्वरक की कीमत में तत्काल प्रभाव से प्रति बैग 50 रुपये की कमी की जा रही है. किसानों की सहायता के लिए मिट्टी के प्रमुख इनपुट पोषक तत्व सल्फर में की गई इस कटौती से किसानों को फायदा होगा.'
TRENDING NOW
We are glad to announce the reduction of ₹50/bag in the price of #NP 20:20:0:13 Fertilisers across India with immediate effect on all stocks. It’s reduced by ₹1000/Tonn as support to farmers on #Sulphur, a key input nutrient for soil. @narendramodi @DVSadanandGowda @PMOIndia pic.twitter.com/nX1GZw9XXM
— Dr. U S Awasthi (@drusawasthi) November 11, 2020
एनपी उर्वरक में नाइट्रोजन और सुपरफॉस्फोट होते हैं. इफको ने कुछ महीने पहले एनपीके और डीएपी उर्वरकों की कीमतों में भी कटौती की थी.
यह भी पढ़ें- शुरू करें मुनाफे वाला बिजनेस, पहले दिन से खुल जाएगा कमाई का रास्ता
इस समय रबी फसलों (Rabi Crops) का सीजन चल रहा है. पूरे उत्तर भारत में गेहूं की बुआई का काम जोर-शोर चल रहा है. बुआई के समय किसान डीएपी और एनपीके खाद का इस्तेमाल करते हैं.
बुआई के समय इस्तेमाल
NP खाद में पोषक तत्व नाईट्रोजन और पोटेसियम होते हैं. कट्टे पर इसके अनुपात की मात्रा लिखी होती है. अब इसमें जिंक भी शामिल किया जाने लगा है. एनपी खाद दानेदार होती है. इसका इस्तेमाल बीज की बुआई के समय किया जाता है. इसमें पोटेसियम होने के चलते फसल के दानों की चमक और वजन, दोनों बढ़ता है.
16 पोषक तत्वों की जरूरत
हर फसल की बढ़वार और पैदावार के लिए फसल को 16 तरह के पोषक तत्वों की जरुरत रहती है. इनमें से कार्बन, हाईड्रोजन और ऑक्सीजन तो पौधे हवा, पानी और धूप से हासिल कर लेते हैं. बाकी बचे तत्व जैसे के मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, आयरन, सल्फर, बोरोन आदि जमीन से मिलते है. पौधे को प्रमुख रूप से नाईट्रोजन, फोस्फरस और पोटास की अधिक मात्रा में जरुरत रहती है. इन तत्वों को हमें खाद के रूप में देना पड़ता है.
इफको
इफको यानी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) दुनिया का सबसे बड़ा उर्वरक सहकारिता संस्था है. इफको में 40,000 सहकारी संस्था इसके सदस्य हैं.
02:24 PM IST