56 साल की हुई ‘अमूल गर्ल’, खेल से लेकर राजनीति तक सबको लगाया ‘मक्खन’
भारत की सर्वाधिक दूध उत्पादक कंपनी अमूल की लोकप्रियता दुनिया में है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ी वजह है ‘अमूल गर्ल’.
कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी के अलावा वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान पर अमूल ने यह विज्ञापन जारी किया. (फोटोः Amul)
कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी के अलावा वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान पर अमूल ने यह विज्ञापन जारी किया. (फोटोः Amul)
भारत की सर्वाधिक दूध उत्पादक कंपनी अमूल की लोकप्रियता दुनिया में है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ी वजह है ‘अमूल गर्ल’. लाल और सफेद रंग को डॉटेड ड्रेस में नजर आने वाली अमूल गर्ल अब 56 साल की हो चुकी है. अमूल बटर के विज्ञापन में आने वाली अटरली-बटरली गर्ल ने ही अमूल ब्रांड को देश और दुनिया में एक नई पहचान दी. आज भी अपने विज्ञापनों के जरिए लोगों को मक्खन लगाने में अमूल गर्ल किसी से पीछे नहीं है.
राहुल गांधी को समर्पित
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी अमूल गर्ल पूरी तरह से तैयार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी के अलावा वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान पर अमूल ने एक और विज्ञापन निकाला. इसकी टैगलाइन दी गई 'वायनाड हैव इट विद बटर', अमूल 'अमेठी का पराठा!'
विटी कमेंट्स से बनी पहचान
अमूल गर्ल न्यूज मेकर्स पर विटी कमेंट्स करने के लिए पहचानी जाती है. पिछले 56 सालों से यह सिलसिला अनंत चलता आ रहा है. खेल, त्योहार, फैशन, फिल्म हर क्षेत्र पर इसने टिप्पणी की, लेकिन जब बात राजनीति की आती तो इससे बेहतर टिप्पणी तो शायद कोई कर ही नहीं सकता.
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फोटो: यह अमूल गर्ल की पहचान का सबसे पहला पोस्टर है. यहीं से अमूल गर्ल की बटर पर शुरुआत हुई थी.
मिल्क मैन ने जताया भरोसा
मिल्क मैन यानी डॉ. वर्गीस कुरियन ने अमूल गर्ल पर भरोसा जताया और आज तक वो चला आ रहा है. हालांकि, कुरियन इसके रचियता तो नहीं थे, लेकिन उन्होंने अमूल गर्ल के विज्ञापन के शानदार विचारों को कभी खत्म नहीं होने दिया. इसी का नतीजा है कि 56 वर्ष के लंबे समय के बाद भी अमूल गर्ल की लोकप्रियता में कमी नहीं आई है.
फोटो: हाल ही में भारत अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण करने वाला चौथा राष्ट्र बना. तब अमूल गर्ल ने इस उपलब्धी को ऐसे सेलिब्रेट किया.
अमूल गर्ल के रचयिता
विज्ञापन कंपनी दाकुन्हा कम्यूनिकेशन्स के प्रमुख सिल्वेस्टर दाकुन्हा और यूस्टास फार्नाडीस ही अमूल गर्ल के रचियता हैं. उन्होंने पोल्सन डेयरी गर्ल का मुकाबला करने के लिए ही अमूल गर्ल मैदान में उतारी थी. डॉ. वर्गिस कुरियन तो दाकुन्हा को कंपनी की स्वीकृति के बिना ही अमूल गर्ल के एड बनाने की स्वतंत्रता दे रखी थी, जो अब भी बरकरार है.
जुड़े रहे हैं विवाद
विज्ञापनों द्वारा किसी भी इवेंट पर टिप्पणी करने के मामले में अमूल गर्ल को विवादों में भी रहना पड़ा, लेकिन इससे उसकी ख्याति पर कोई असर नहीं पड़ा. खासकर राजनीति पर की जाने वाली टिप्पणियों ने उसे इन विवादों में रखा, लेकिन लोकप्रियता के आगे विवाद फीके पड़ गए और मक्खन का स्वाद बढ़ता ही गया.
फोटो: इससे पहले IPL 2019 की शुरुआत में भी अमूल गर्ल ने इसे सेलिब्रेट किया था.
33 हजार करोड़ का है टर्नओवर
अमूल गर्ल को ब्रांड बनाकर सबके सामने लाने वाली गुजरात की अमूल का टर्नओवर वित्त वर्ष 2018-19 में 33 हजार करोड़ के पार निकल गया है. पिछले वित्त वर्ष में उसका टर्नओवर 29225 करोड़ था. मतलब एक साल में अमूल को 13 फीसदी का मुनाफा हुआ है. यह अमूल गर्ल का ही दबदबा है कि पिछले 9 साल में अमूल ने 17.5 फीसदी से ज्यादा का कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) हासिल किया है.
11:53 AM IST