अचानक बंद हो रहे हैं छोटे कारोबारियों के करंट अकाउंट, वित्त मंत्री से लगाई मदद की गुहार
RBI के नए नियम के मुताबिक, 5 करोड़ से अधिक के लोन वाले कारोबारियों का करंट अकाउंट दूसरा बैंक नहीं खोलेगा. 31 जुलाई तक नए लागू होने वाले हैं.
नए नियम के मुताबिक, दूसरे बैंकों से लोन लेने वाले के लिए मौजूदा बैंक करंट अकाउंट की सुविधा नहीं दे सकता है. (Image: Reuters)
नए नियम के मुताबिक, दूसरे बैंकों से लोन लेने वाले के लिए मौजूदा बैंक करंट अकाउंट की सुविधा नहीं दे सकता है. (Image: Reuters)
रिजर्व बैंक (RBI) के नए नियमों के चलते छोटे कारोबारियों के पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंकों में करंट अकाउंट (Current account) अचानक बंद हो रहे हैं. इससे परेशान होकर कारोबारियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से राहत देने की गुहार लगाई है. आरबीआई के नए नियम 31 जुलाई तक लागू होने वाले हैं. रिजर्व बैंक के एक सर्कुलर के मुताबिक, 5 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन लेने वालों का करंट अकाउंट कोई और बैंक नहीं खोलेगा. इसका मतलब कि जिस बैंक से लोन लिया है, उसी बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना होगा. दूसरे बैंकों से लोन लेने वाले के लिए मौजूदा बैंक करंट अकाउंट की सुविधा नहीं दे सकता है.
31 जुलाई तक लागू होंगे नियम
आरबीआई के सर्कुलर के मुताबिक, 31 जुलाई तक नियम लागू हो जाएंगे. इसके चलते छोटे कारोबारियों के पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंकों के करंट अकाउंट अचानक बंद हो रहे हैं. नए नियम से ऑपरेशनल काम में बढ़ोतरी हुई है. इसका असर पेमेंट पर भी पड़ रहा है. रोड ट्रांसपोर्ट कारोबार में नए नियमों से पेमेंट से जुड़ी दिक्कतें सामने आ रही है.
क्या कहते हैं रिजर्व बैंक के नियम
आरबीआई के नए नियमों के मुताबिक, 5 -50 करोड़ रुपये तक लोन जिन बैंकों ने दिया है, वहीं करंट अकाउंट होगा. अन्य बैंक कलेक्शन अकाउंट ही खोल सकेंगे. कलेक्शन अकाउंट से रकम कैश क्रेडिट अकाउंट में चली जाएगी. करंट अकाउंट के लिए कुल लोन का 10 फीसदी उस बैंक के साथ होना जरूरी है.
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RBI ने क्यों करंट अकाउंट पर की सख्ती
रिजर्व बैंक ने देनदारों में अनुशासन लाने के लिए सख्ती बढ़ाई है. आरबीआई का साफ तौर पर मानना है कि जिस बैंक से बड़ा लोन लिया है, उन्हीं बैंकों में ही करंट अकाउंट , CC (Cash Credit) या OD (Over Draft) होना चाहिए. नए नियम उसी केस में लागू होंगे, जब जब लोन 5 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा. इस नियम के जरिए आरबीआई की मंशा ये है कि बैंक यह निगरानी रख सकें कि पैसा कहां जा रहा है.
अभी जो ट्रेंड है उसमें यह देखा गया है कि लोन तो सरकारी बैंक से होता है, लेकिन करंट अकाउंट प्राइवेट बैंक में रहता है. इस कदम से सरकारी बैंकों में करंट अकाउंट खाते शिफ्ट होने की उम्मीद है. निजी बैंकों को सस्ते करंट अकाउंट के पैसे से लाभ होता था. नियम के मुताबिक, 10 फीसदी से अधिक एक्सपोजर वाले बैंक ही CC/OD अकाउंट खोल सकेंगे.
02:15 PM IST