INDIAN ऑयल के शुद्ध लाभ में खासा उछाल, 17 प्रतिशत बढ़कर 6,099 करोड़ हुआ
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन (IOC) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 17 प्रतिशत बढ़कर 6,099.27 करोड़ रुपये रहा.
देश में पेट्रोलियम उत्पादों के विरतण में 90 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के हाथ में है. (Reuters)
देश में पेट्रोलियम उत्पादों के विरतण में 90 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के हाथ में है. (Reuters)
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन (IOC) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 17 प्रतिशत बढ़कर 6,099.27 करोड़ रुपये रहा. इंडियन ऑयल ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,218.10 करोड़ रुपये था.
कंपनी का कारोबार पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 1 साल पहले इसी तिमाही में 1.37 लाख करोड़ रुपये था. इस अवधि में एवरेज ग्रॉस मार्जिन गिरकर 5.41 डॉलर प्रति बीबीएल पर आ गया. कंपनी का EBITDA 10,876 करोड़ रुपए रहा.
1 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड
कंपनी के बोर्ड निदेशकों ने 1 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है. यह 8.25 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड के अतिरिक्त होगा. कंपनी के शेयरों में दोपहर के वक्त 1 प्रतिशत की तेजी देखी गई.
Mr. Sanjiv Singh, Chairman, IndianOil, shares Corporation’s Annual Financial Results for the year 2018-19 at a press conference in New Delhi. #IndianOilAnnualResults pic.twitter.com/ZtHXrgfkiz
— Indian Oil Corp Ltd (@IndianOilcl) 17 May 2019
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90 प्रतिशत बाजार पर सरकारी तेल कंपनियों का कब्जा
देश में पेट्रोलियम उत्पादों के विरतण में 90 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के हाथ में है. इंडियन आयल कारपोरेशन (IOC), हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (BPCL) का ही फिलहाल पेट्रोलियम बाजार पर कब्जा है. देश में कुल 64,624 पेट्रोल पंपों में से 57,944 पेट्रोलपंपों पर इन्हीं कंपनियों का नियंत्रण है.
21 करोड़ 16 लाख टन पेट्रो उत्पाद की खपत
देश में 2018-19 में कुल 21 करोड़ 16 लाख टन पेट्रोलियम उत्पादों की खपत हुई जो कि इससे पिछले साल 20 करोड़ 62 लाख टन रही. इससे पहले 2015-16 में यह 18 करोड़ 47 लाख टन रही थी. देश में हालांकि कच्चे तेल का उत्पादन खपत के मुकाबले काफी कम है लेकिन कच्चे तेल को विभिन्न उत्पादों में बदलने के मामले में भारत में अधिशेष की स्थिति है. बीते वित्त वर्ष में पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन 26.24 करोड़ टन रहा.
एजेंसी इनपुट के साथ
04:42 PM IST