LNG से चलेंगे वाहन, इंडियन ऑयल ने अमेरीका की एक्सान मोबिल से किया करार
अमेरिकी कंपनी एक्सॉन मोबिल भारत के गैस पाइपलाइन से अछूते क्षेत्रों में गैस पहुंचाने में इंडियन ऑयल की मदद करेगी और भारतीय कंपनियां अमेरिका के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को और बढ़ाएंगी.
IOC की कोशिश है कि आने वाले समय में ऑटो सेक्टर में भी एलएनपी का इस्तेमाल किया जाए.
IOC की कोशिश है कि आने वाले समय में ऑटो सेक्टर में भी एलएनपी का इस्तेमाल किया जाए.
भारत और अमरीका के बीच कई अहम मुद्दों पर आपसी सहमती बनी है. इस कड़ी में ऊर्जा क्षेत्र में दोनो देशों के बीच कई समझौते (US-India energy ties) हुए हैं. भारत और अमरीका ने ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को कई गुना बढ़ाने पर सहमति जताई है. भारत अमेरिका से तेल व गैस का आयात बढ़ाने के अलावा कोयले की खरीद शुरू करेगा. अमेरिकी कंपनी एक्सॉन मोबिल भारत के गैस पाइपलाइन से अछूते क्षेत्रों में गैस पहुंचाने में इंडियन ऑयल की मदद करेगी और भारतीय कंपनियां अमेरिका के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को और बढ़ाएंगी.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि उनकी अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डैन ब्रूलेट के साथ अच्छी बैठक हुई.
सबसे प्रमुख समझौता एक्सान मोबिल (ExxonMobil) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Indian Oil) के बीच हुआ है. समझौते के तहत गैस ग्रिड से अछूते रह गए क्षेत्रों में गैस पहुंचाने के लिए भारत में वर्चुअल गैस पाइपलाइन (virtual pipeline) नेटवर्क बिछाया जाएगा. पाइपलाइन से अछूते क्षेत्रों में दोनो कंपनियां मिलकर प्राकृतिक गैस (natural gas) का इंफ्रास्ट्रक्चर एवं बाजार विकसित करेंगी तथा स्वच्छ ईधन एवं गैस आधारित विकास एवं अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगी.
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वर्चुअल पाइपलाइन से सप्लाई
जहां वास्तविक पाइपलाइन नहीं है वहां सड़क, रेल तथा जलमार्गों के माध्यम से गैस की अनवरत आपूर्ति की जाएगी, इसे वर्चुअल पाइपलाइन कहते हैं. प्राकृतिक गैस को -162 डिग्री सेल्सियस तापमान पर लिक्विड बनाया जाता है. ताकि इसकी सड़क, रेल या जलमार्ग द्वारा सप्लाई की जा सके. ट्रांसपोर्ट के समय गैस को सुपर-कूल्ड रखने के लिए क्रायोजेनिक तकनीक की आवश्यकता होती है.
IOC ने #ExxonMobil के साथ किया करार, क्या है करार और इससे क्या होगा फायदा? जानने के लिए देखिए कंपनी के चेयरमैन संजीव सिंह से ज़ी बिज़नेस की एक्सक्लूसिव बातचीत#ZBizExclusive #IndianOil @IndianOilcl @ficci_india @Daanish_Anand @ChairmanIOCL pic.twitter.com/o8qg1wAjja
— Zee Business (@ZeeBusiness) February 26, 2020
इंडियन ऑयल (IOC) और एक्सान मोबिल के साथ हुए समझौते पर आईओसी के चेयरमैन संजीव सिंह ने बताया कि दोनों कंपनियों के बीच तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) को बढ़ावा देने पर सहमति बनी है. उन्होंने बताया कि इस समय देश में जितनी भी एलएनजी इस्तेमाल होती है, उसका आधा हिस्सा इंपोर्ट किया जाता है.
50% गैस इंपोर्ट होती है
संजीव सिंह ने बताया कि उनका फोकस एलएनजी के विभिन्न इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर है. उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में अभी एलपीजी इस्तेमाल हो रही है, जबकि उनकी कोशिश है कि आने वाले समय में ऑटो सेक्टर में भी एलएनपी का इस्तेमाल किया जाए.
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अमरीका से क्रूड ऑयल के सौदे के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम यूएस से क्रूड लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रेक्ट के जरिए लाते हैं. और आने वाले समय में भी यूएस क्रूड को लेकर उनकी रणनीति स्पष्ट है.
चौथा सबसे बड़ा देश
अमेरिका से ऊर्जा आयात करने वाला भारत चौथा सबसे बड़ा देश है. चार वर्ष पहले जहां भारत अमेरिका से 7 अरब डालर का ऊर्जा आयात करता था. वहीं अब ये बढ़कर 9 अरब डालर पर पहुंच गया है. अभी तक भारत अमेरिका से मुख्यतया कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का आयात करता था। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयात है.
03:19 PM IST