सरकारी कंपनी SCI के प्राइवेटाइजेशन पर सरकार ने दी बड़ी जानकारी, शेयरधारकों को होगा बड़ा फायदा
SCI Privatiosation: डिमर्जर की प्रक्रिया के तहत एससीआईएलएएल को शेयर बाजारों में लिस्ट किया जाएगा और एससीआई के प्रत्येक शेयरधारक को एससीआईएलएएल का एक शेयर मिलेगा.
नॉन-कोर एसेट लिस्टिंग के बाद शिपिंग कॉरपोरेशन के लिए बोलियां आमंत्रित करेगी सरकार. (Image- Freepik)
नॉन-कोर एसेट लिस्टिंग के बाद शिपिंग कॉरपोरेशन के लिए बोलियां आमंत्रित करेगी सरकार. (Image- Freepik)
SCI Privatiosation: सरकार शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) के नॉन-कोर एसेट कारोबार एससीआईएलएएल (SCILAL) की शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद एससीआई के निजीकरण के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित करेगी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
SCI के शेयरधारकों को मिलेगा SCILAL का एक शेयर
सरकार ने एससीआई की नॉन-कोर एसेट्स को अलग कंपनी शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स लि. (SCILAL) में विभाजित कर दिया है. 31 मार्च, 2022 तक इस कंपनी का मूल्यांकन 2,392 करोड़ रुपये था. डिमर्जर की प्रक्रिया के तहत एससीआईएलएएल को शेयर बाजारों में लिस्ट किया जाएगा और एससीआई के प्रत्येक शेयरधारक को एससीआईएलएएल का एक शेयर मिलेगा.
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एक अधिकारी ने बताया कि SCILAL की शेयर बाजार में लिस्टिंग जून तक होगी. उसके बाद एससीआई के निजीकरण को लेकर चीजें साफ होंगी और फिर वित्तीय बोलियां आमंत्रित की जाएंगी.
SCI में सरकार की 63.75% हिस्सेदारी
फिलहाल एससीआई में सरकार की 63.75% हिस्सेदारी है. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने फरवरी में शिपिंग कॉरपोरेशन और एससीआईएलएएल के बीच व्यवस्था को मंजूरी दी थी. बता दें कि यूनियन कैबिनेट ने नवंबर, 2020 में शिपिंग कॉरपोरेशन के रणनीतिक निवेश को सैद्धान्तिक मंजूरी दी थी.
FY24 में विनिवेश से 51,000 करोड़ जुटाने का लक्ष्य
दिसंबर, 2020 में निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) ने मैनेजमेंट कंट्रोल के ट्रांसफर के साथ एससीआई में अपनी पूरी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए रुचि पत्र (EoI) आमंत्रित किए थे। मार्च, 2021 में उसे SCI के निजीकरण के लिए कई ईओआई मिले थे.
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बता दें कि सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 51,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. अभी तक सरकार ने अल्पांश हिस्सेदारी बिक्री से 4,235 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
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