SBI ने ग्राहकों के लिए बदल दिया ये नियम, अगले हफ्ते से आपके खाते पर होगा लागू
पब्लिक सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सेविंग बैंक अकाउंट नियम में बदलाव कर दिया है. ग्राहकों पर ये बदलाव अगले हफ्ते से लागू हो जाएगा.
एसबीआई पहला बैंक है जो इसे लागू करने जा रहा है. (फोटो: रॉयटर्स)
एसबीआई पहला बैंक है जो इसे लागू करने जा रहा है. (फोटो: रॉयटर्स)
पब्लिक सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सेविंग बैंक अकाउंट नियम में बदलाव कर दिया है. ग्राहकों पर ये बदलाव अगले हफ्ते से लागू हो जाएगा. अगर आपका भी एसबीआई में खाता है तो आपके लिए नियम में हुए बदलाव को जानना बेहद जरूरी है. एक मई से एसबीआई आरबीआई के नए फॉर्मूले को अपनाएगा. अब बैंक अपनी लोन और डिपोजिट दरों को रेपो रेट से जोड़ देगा. इससे एसबीआई का लोन सस्ता हो सकता है. साथ ही करोड़ों ग्राहकों को इसका फायदा हो सकता है. एसबीआई पहला बैंक है जो इसे लागू करने जा रहा है.
1 लाख से ज्यादा जमा पर कम ब्याज
नए नियम के मुताबिक, एक मई के बाद एसबीआई के सेविंग खाताधारकों को एक लाख रुपए से ज्यादा के डिपॉजिट पर कम ब्याज मिलेगा. एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 1 मई 2019 से स्टेट बैंक सेविंग्स अकाउंट में 1 लाख रुपए से ज्यादा के अमाउंट पर 0.25-0.75 फीसदी तक कम ब्याज मिलेगा. 1 लाख रुपए तक के बैलेंस पर अब 3.50 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. वहीं, 1 लाख से ऊपर के बैंलेस पर ब्याज की दर 3.25 फीसदी होगी. नई दरें 1 मई 2019 से लागू होंगी. RBI ने ब्याज से जुड़ा ये नियम एक अप्रैल 2019 से बदल दिया है.
रेपो रेट से जोड़ने पर क्या फायदा
बैंक लोन की ब्याज दरें MCLR (Marginal cost of fund base landing rate) पर तय करते हैं. हालांकि, कई बार रेपो रेट में कटौती होने पर भी बैंक लोन दरों में बदलाव नहीं करते. लेकिन, एसबीआई अगर रेपो रेट से लोन और डिपोजिट रेट को जोड़ता है तो इसमें कटौती से लोन की ईएमआई घट सकती है. रेपो रेट को बैंक दरों से जोड़ने का यह फैसला एक लाख रुपए से ज्यादा के लोन पर लागू होगा.
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एसबीआई ने घटाई थी ब्याज दरें
हाल में आरबीआई ने रेपो रेट में चौथाई फीसदी की कटौती की थी. इसके बाद एसबीआई समेत कई बैंकों ने होम और ऑटो लोन की ब्याज दरें घटा दी हैं. एसबीआई ने 30 लाख रुपए तक होम लोन पर ब्याज दरों में 0.10 फीसदी की कटौती की है. 30 लाख रुपए से कम के होम लोन पर ब्याज दर 8.60 से लेकर 8.90 फीसदी है. इससे पहले यह दर 8.70 से 8.90 फीसदी तक थी.
MCLR में भी की कटौती
एसबीआई ने सभी अवधियों के लिए MCLR को 0.05 फीसदी तक घटा दिया है. पिछली बार बैंक ने नवंबर 2017 में एमसीएलआर दरों को 5 बेसिस प्वाइंट घटाया था. इंडियन ओवरसीज बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बाद लोन रेट को कम करने वाला तीसरा बैंक एसबीआई है, जिसने 1 साल या उससे अधिक के लिए लोन रेट को 5 आधार अंकों तक कम कर दिया है.
कैसे तय होंगी दरें
देश के सबसे बड़े बैंक ने बताया है कि मई से एक लाख रुपए से ज्यादा के सभी सेविंग बैंक डिपॉजिट और शॉर्ट-टर्म लोन आरबीआई के बेंचमार्क रेपो रेट से जोड़े जाएंगे. रेपो रेट अभी 6 फीसदी है. बैंकों को रेपो रेट पर ही आरबीआई कर्ज देता है, जबकि सेविंग बैंक की दरें रेपो रेट से 2.75 फीसदी कम होंगी. वहीं, एक लाख रुपए से ज्यादा के छोटी अवधि वाले लोन पर रेपो रेट से 2.25 फीसदी अधिक ब्याज रखा जाएगा. यह पहला मौका है जब बैंक ने बचत, छोटे लोन और डिपॉजिट रेट को सीधे रेपो रेट के साथ लिंक किया है.
04:50 PM IST