पर्सनल लोन चाहिए? पहले जान लीजिए आप एलिजिबल हैं या नहीं, SBI, ICICI, HDFC Bank रखते हैं ये शर्तें
इमरजेंसी के हालातों में पर्सनल लोन हमारे लिए बड़ा सहारा हो सकता है. अगर आपको पता है कि आप लोन के बाद इसे आराम से चुका देंगे तो अचानक सामने आ गई जरूरतों या फिर इमरजेंसी स्थिति में पर्सनल लोन का सहारा लिया जा सकता है. अगर आपको पर्सनल लोन लेने की जरूरत आ पड़ी है तो आपको पहले यह चेक करना होगा कि आपको लोन मिलेगा भी या नहीं. दरअसल, बैंक किसी भी ग्राहक को लोन देने से पहले उसकी पात्रता चेक करते हैं कि वो वक्त पर ब्याज भर पाएगा या नहीं, पूरा लोन चुकता कर पाएगा या नहीं, आर्थिक क्षमता क्या है, वगैरह-वगैरह.
(Image Source: Pexels)
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इमरजेंसी के हालातों में पर्सनल लोन हमारे लिए बड़ा सहारा हो सकता है. अगर आपको पता है कि आप लोन के बाद इसे आराम से चुका देंगे तो अचानक सामने आ गई जरूरतों या फिर इमरजेंसी स्थिति में पर्सनल लोन का सहारा लिया जा सकता है. अगर आपको पर्सनल लोन लेने की जरूरत आ पड़ी है तो आपको पहले यह चेक करना होगा कि आपको लोन मिलेगा भी या नहीं. दरअसल, बैंक किसी भी ग्राहक को लोन देने से पहले उसकी पात्रता चेक करते हैं कि वो वक्त पर ब्याज भर पाएगा या नहीं, पूरा लोन चुकता कर पाएगा या नहीं, आर्थिक क्षमता क्या है, वगैरह-वगैरह.
पर्सनल लोन के लिए आपको कुछ कोलेटरल नहीं रखना पड़ता, लेकिन इसके बावजूद बैंक अपनी सिक्योरिटी के लिए आपको कुछ पैमानों पर तौलता है, जिससे वो आपकी फाइनेंशियल कैपेबिलिटी का अनुमान लगाता है, उसके हिसाब से यह तय किया जाता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं, मिल सकता है तो कितना मिल सकता है. अलग-अलग बैंकों का भी अपना पैमाना होता है, आइए जानते हैं.
सबसे पहले बात आती है क्रेडिट स्कोर या CIBIL स्कोर की
सिबिल स्कोर से किसी बैंक ग्राहक के क्रेडिट का पता चलता है. बैंक हमेशा अच्छा सिबिल स्कोर देखना चाहते हैं. 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है. सिबिल स्कोर आपकी लोन हिस्ट्री बताता है, इससे आपका लोन को लेकर अप्रोच भी समझ आता है कि आप लोन कैसे चुकाते हैं.
लोन चुकाने की क्षमता देखी जाती है
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बैंक यह भी चेक करता है कि आप लोन ले रहे हैं तो क्या उसकी किस्त टाइम पर भरने के लिए आपके पास एक रेगुलर इनकम का सोर्स है? क्या आप लोन की भरपाई कर पाएंगे? इसके लिए बैंक आपकी क्रेडिट रेटिंग, करंट इनकम, लोन के टेन्योर के दौरान आपकी नौकरी की सिक्योरिटी, बकाया कर्ज वगैरह देखता है. यहीं पर यह भी तय किया जाता है कि आपको बड़े अमाउंट का लोन दिया जा सकता है या नहीं. अगर आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत है तो आपको आपकी जरूरत के हिसाब से बड़ा लोन भी दिया जा सकता है.
आइए देखते हैं देश के तीन बड़े बैंकों में लोन की एलिजिबिलिटी का क्या पैमाना है-
State Bank of India
देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक एसबीआई में लोन लेना है तो पहली शर्त यह होती है कि आपकी मंथली इनकम कम से कम 15,000 रुपये होनी चाहिए. इसके अलावा आपका EMI/NMI Ratio यानी कि ईएमआई भरने की क्षमता और आपकी नेट मंथली इनकम 50 पर्सेंट से कम होनी चाहिए. अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, किसी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में हैं, किसी राष्ट्रीय महत्ता वाले शैक्षणिक संस्थान में है, किसी सेलेक्टेड कॉरपोरेट कंपनी से हैं, तो आपको लोन मिल जाएगा.
ICICI Bank
ICICI Bank में सैलरीड लोगों की एलिजिबिलिटी देखें तो ऐसे लोगों को लोन मिल सकता है जिनकी उम्र 23 से 58 साल के बीच हो और उनकी मंथली इनकम 30,000 या उससे ऊपर हो. मिनिमम सैलरी रिक्वायरमेंट प्रोफाइल के कस्टमर को देखते हुए अलग-अलग हो सकती है. आपको कम से कम दो साल का वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए. वहीं, आप जहां रह रहे हैं वहां आपको रहते हुए एक कम से एक साल का वक्त तो हो चुका होना चाहिए.
HDFC Bank
HDFC में ऐसे लोग लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं- प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के कर्मचारी, 21 से 60 साल के बीच के केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय के कर्मचारी. ऐसे लोग जो कम से कम दो सालों से जॉब कर रहे हैं, और उनको अपनी करंट जॉब में कम से कम एक साल हो गया है, साथ ही उनकी हर महीने कम से कम 25,000 सैलरी आती हो.
09:26 AM IST