देश की बात : पाकिस्तानी नेताओं को सरेआम कोस रही अवाम, अब 'इज्जत' कैसे बचाएंगे PM इमरान
पाकिस्तान 70 साल से कश्मीर पर अपने नापाक इरादों की राजनीतिक रोटियां सेकता रहा है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने से बौखलाए पाकिस्तान ने दुनिया के तमाम देशों के दरवाजे खटखटाए लेकिन किसी ने घास नहीं डाली.
ट्रंप प्रशासन ने साफ किया है कि मध्यस्थता वाले शिगूफे का चैप्टर क्लोज हो चुका है तो रूस ने भी भारत का साथ दिया.
ट्रंप प्रशासन ने साफ किया है कि मध्यस्थता वाले शिगूफे का चैप्टर क्लोज हो चुका है तो रूस ने भी भारत का साथ दिया.
पाकिस्तान 70 साल से कश्मीर पर अपने नापाक इरादों की राजनीतिक रोटियां सेकता रहा है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने से बौखलाए पाकिस्तान ने दुनिया के तमाम देशों के दरवाजे खटखटाए लेकिन किसी ने घास नहीं डाली. कभी चीन की गोद में जाकर बैठा तो कभी अमेरिका और यूएन में रोना रोया. लेकिन भारत के शौर्य का लोहा मानने वाली दुनिया ने पराक्रमी भारत की ओर उंगली उठाकर तक नहीं देखा.
अमेरिका ने भी टरकाया
खुद ट्रंप प्रशासन ने साफ किया है कि मध्यस्थता वाले शिगूफे का चैप्टर क्लोज हो चुका है तो रूस ने भी भारत का साथ दिया. एक आद को छोड़कर इस्लामिक मुल्कों से पाकिस्तान को मायूसी ही हाथ लगी. यही वजह है अब पाकिस्तान थक हार कर सरेंडर कर रहा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि हमने कश्मीर से 370 हटाने का मामला अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की पूरी कोशिश की लेकिन दुनिया के किसी देश ने हमारा साथ नहीं दिया.
अवाम नेताओं को बोल रही चोर
यही नहीं कश्मीर को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के खिलाफ लगातार नाकामी के बाद अब पाकिस्तान अपने ही बुने जाल में उलझता दिखाई दे रहा है. हालत यह है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे पाकिस्तान के लोगों पर अब उसके अपने ही लोग खुलेआम सवाल उठा रहे हैं. यूएन में पाकिस्तान की प्रतिनिधि मलीहा लोधी को न्यूयॉर्क में उस वक्त शर्मिंदा होना पड़ा जब एक पाकिस्तानी नागरिक ने ही उन्हें खुले तौर पर 'चोर' बुला दिया. मलीहा के पास भी इसका कोई जवाब नहीं था.
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कश्मीर पर अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान
कुल मिलाकर पाकिस्तानी सरकार अपनी करनी के फल भुगत रही है. कश्मीर पर दुनिया का कोई देश उसकी सुन नहीं रहा तो उसकी जनता नेताओं और प्रतिनिधियों को चोर कहने से गुरेज नहीं कर रही. लेकिन ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान ने पूरी तरह से सबक लिया हो. वह कभी युद्ध की धमकी दे रहा है तो कभी सरहद पर सैन्य आवाजाही में इजाफा कर रहा है.
पाकिस्तान ने दी जंग की धमकी
भारत में पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा कि भारत हदें पार करता है तो जंग का रास्ता अख्तियार करना चाहिए. तो पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने भी एक झल्लाहट और हास्यास्पद बयान देते हुए पंजाबी सैनिकों से इंडियम आर्मी की ड्यूटी नहीं करने को कहा है. लेकिन भारत ने भी साफ कर दिया है कि पाकिस्तान की हर हरकत का जवाब उसे उसी भाषा में दिया जाएगा.
करारा जवाब देंगे : बिपिन रावत
सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि सरहद पर पाकिस्तान की ओर से हलचल सामान्य बात है और अगर पाकिस्तान कोई हरकत करता है तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा.
कश्मीर में शांति
पाकिस्तान की गीदड़ भभकियों से इतर कश्मीर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. सोमवार को ज्यादातर इलाकों में ईद सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्वक मनाई गई. उधर सुप्रीम कोर्ट में जम्मू-कश्मीर से पाबंदियां हटाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने साफ इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि राज्य में स्थिति संवेदनशील है और सरकार पर भरोसा किया जाना चाहिए. हालांकि कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से यह जरूर पूछा कि कब वहां पाबंदियां जारी रहेंगी.
कांग्रेस ने डेलिगेशन भेजने की मांग की
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि राज्य में स्थितियों की समीक्षा रोज हो रही है और स्थिति जल्द सामान्य होगी. हालांकि इस मुद्दे पर राजनीति भी जारी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग की है. इससे पहले पी चिदंबरम और मणिशंकर अय्यर के बयानों पर BJP लगातार कांग्रेस पर हमलावर है और आरोप लगा रही है कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान को सूट करने वाली भाषा बोल रहे हैं.
#LIVE | #DeshKiBaat में देखिए भारत की हिम्मत से पस्त हुआ पाकिस्तान, कश्मीर में झूठ की बंद हुई ना'पाक' दुकान। #JammuAndKashmir @AnilSinghviZEE https://t.co/RGe5wfTNqk
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 13, 2019
इमरान क्यों करा रहे फजीहत
उधर, पाकिस्तान 370 हटने से लेकर अब तक स्तब्ध है और बौखलाया हुआ है. सवाल ये है कि आखिर कब पाकिस्तान सच्चाई को स्वीकार करेगा. आखिर क्यों इमरान कश्मीर मसले पर अतंरराष्ट्रीय फजीहत करा रहे हैं? कश्मीर का राग छोड़ पाकिस्तान कब अपनी जनता की बेहतरी की बात सोचेगा?
08:23 PM IST