Google: ये है गूगल के नाम की असली कहानी, एक स्पेलिंग की गलती ने बदला सर्च इंजन का नाम
सर्गी बिन और लैरी पेज ने 4 सितंबर साल 1998 में गूगल की स्थापना की थी. दुनिया भर की करीब 70 फीसदी सर्च का जरिया गूगल है. गूगल एक बेहद ही फेमस सर्च इंजन है.
Google history
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स्पेलिंग मिस्टेक से आया ये नाम
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि Google नाम कहां से आया होगा. लेकिन वास्तव में ये नाम एक स्पेलिंग की गलती से बना था. दरअसल सर्गी और लैरी अपनी इस कंपनी का नाम Googol रखना चाहते थे. जो कि गणित का एक टर्म है. जिसका मतलब है 1 नंबर 100 और जीरो के साथ.
समय के साथ Google हो गया मशहूर
जब तक कंपनी बन कर तैयार हुई ये नाम गूगल कर दिया गया. क्योंकि सभी ने ये पाया की ये शब्द दिखने, बोलने और याद रखने में आसान था. गूगल आज के समय में इतना मशहूर है कि बच्चे भी इसका नाम जानते हैं. यहां तक कि कई लोग इंटरनेट उपयोग करने को ही गूगल चलाना बोलते हैं. किसी भी कंपनी के लिए ये बहुत बड़ी बात होती है कि उनका नाम घर-घर पहचाना जाए.
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फाउंडर के माता-पिता थे साइंस टीचर
लैरी पेज के माता और पिता दोनों ही एक यूनिवर्सिटी में साइंस टीचर थे. इस वजह से लैरी घर शुरू से ही साइंस से जुड़ा माहौल था. लैरी के घर बचपन से विज्ञान से जुड़ी किताबें और अन्य जानकारी रहा करती थी. जिसकी वजह से लैरी की रूचि कंप्यूटर के प्रति बढ़ी. वहीं सर्गी के पिता गणित के प्रोफेसर थे और मां NASA में रिसर्चर थीं.
यूनिवर्सिटी में हुई मुलाकात
लैरी और सर्गी एक दूसरे से STANDFORD UNIVERSITY में मिले थे.शुरुआत में दोनों ने गूगल का नाम BACKRUB सोचा था. लेकिन बाद में GOOGOL और फिर GOOGLE कर दिया गया.
शुरू से था दिमाग में आइडिया
दोनों ही मिलकर एक ऐसा सर्च इंजन बनाना चाहते थे जहां लोगों को सभी तरह की जानकरी मिल जाए. शुरुआत में गूगल वेबसाइट स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट google.standford.edu के नाम से चलती थी. आगे जाकर साल 1997 में गूगल ने अपना खुद का डोमेन Google.com रजिस्टर किया.
कैलिफोर्निया में है हेड ऑफिस
google का हेड ऑफिस माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में है. और इसे गूगलप्लेक्स के नाम से जाना जाता है. गूगल की एक काफी बड़ी उपलब्धि ये भी रही की उस समय yahoo सर्च इंजन बेहद ही मशहूर था. और सभी लोग केवल yahoo का ही उपयोग किया करते थे.
08:19 PM IST