सावधान! 10 करोड़ डेबिट-क्रेडिट कार्ड मालिकों का डाटा लीक, कहीं आप भी तो शामिल नहीं
यह डाटा एक मोबाइल पेमेंट्स कंपनी जसपे (Juspay) के एक सर्वर से लीक हुआ है.
डार्क वेब (Dark Web) पर 10 करोड़ से अधिक डेबिट और क्रेडिट कार्ड का डाटा लीक हो गया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
डार्क वेब (Dark Web) पर 10 करोड़ से अधिक डेबिट और क्रेडिट कार्ड का डाटा लीक हो गया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
Dark Web: आप डिजिटल ट्रांजेक्शन (Digital Transaction) के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड (Debit/Credit Card) का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं. डार्क वेब (Dark Web) पर 10 करोड़ से अधिक डेबिट और क्रेडिट कार्ड का डाटा लीक हो गया है. यह डाटा एक मोबाइल पेमेंट्स कंपनी जसपे (Juspay) के एक सर्वर से लीक हुआ है. इसलिए जरूरी है कि आप अलर्ट रहें और अपने बैंक अकाउंट के ट्रांजेक्शन पर नजर बनाए रखें. अगर कहीं से भी कुछ गड़बड़ दिखाई दे तो फौरन अपने बैंक को जानकारी दें.
इस पर जसपे का कहना है कि 18 अगस्त, 2020 को उनके सर्वर तक गैरकानूनी तरीके से पहुंचने की कोशिश किए जाने का पता चला था, जिसे बीच में ही रोक दिया गया. इससे किसी कार्ड का नंबर, वित्तीय साख या लेनदेन का डाटा लीक नहीं हुआ. कुछ गैर-गोपनीय डेटा, प्लेन टेक्स्ट ईमेल तथा फोन नंबर लीक हुए, लेकिन उनकी संख्या 10 करोड़ से काफी कम है.
बेंगलुरु स्थित इस डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म जसपे कई ई- कॉमर्स कंपनियों अमेजन (Amazon), मेकमाईट्रिप (MakeMyTrip), एयरटेल, फ्लिपकार्ट और स्विगी आदि के लिए पेमेंट की प्रक्रिया को अंजाम देता है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 5 महीने पहले अगस्त 2020 में करोड़ों लोगों का डेडाटा लीक हुआ था. और उस समय भी कहा गया था कि ये सारा डाटा डार्क वेब में गया था.
कई देशों से लीक हुआ डेटा
बताया जा रहा है कि जिन 10 करोड़ डाटा लीक हुआ है, वे केवल भारत के नहीं हैं बल्कि कई देशों के हैं. लेकिन ज्यादातर भारतीय हैं. यह भी बताया जा रहा है कि इस जानकारी को क्रिप्टो करंसी के माध्यम से बेचने की कोशिश हो रही है.
डार्क वेब क्या है (What is Dark Web)
डार्क वेब साइबर अपराधियों का ठिकाना है. यहां ड्रग्स, मानव तस्करी, अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त के साथ डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारियां बेचने जैसे तमाम गैरकानूनी काम होते हैं. कह सकते हैं कि डार्क वेब इंटरनेट कि वह काली दुनिया है जहां दुनिया भर के गैर कानूनी काम होते हैं. डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे Google जैसा सर्च इंजन एक्सेस नहीं कर सकता है. डार्क वेब पर मौजूद किसी भी चीज़ को इंटरनेट सर्च में नहीं देखा जा सकता है.
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09:16 PM IST