Startups के लिए कैसे खोलें Current Account, जानिए इसके क्या हैं फायदे और किन दस्तावेजों की होती है जरूरत
एक बिजनेस (Business) के लिए करंट अकाउंट बहुत ही फायदे वाला सौदा होता है. इसकी मदद से स्टार्टअप की कुछ खास जरूरतें आसानी से पूरी होती हैं. आइए जानते हैं क्या होता है करंट अकाउंट और स्टार्टअप को करंट अकाउंट खोलने से क्या फायदे होते हैं.
भारत में स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. अगर आप भी किसी आइडिया (Startup Idea) पर काम कर रहे हैं और जल्द ही अपना कोई स्टार्टअप खोलने की सोच रहे हैं तो आपको एक करंट अकाउंट (Current Account) भी खोलना पड़ेगा. एक बिजनेस (Business) के लिए करंट अकाउंट बहुत ही फायदे वाला सौदा होता है. इसकी मदद से स्टार्टअप की कुछ खास जरूरतें आसानी से पूरी होती हैं. आइए जानते हैं क्या होता है करंट अकाउंट और स्टार्टअप को करंट अकाउंट खोलने से क्या फायदे होते हैं.
क्या होता है करंट अकाउंट?
यह एक तरह का बैंक अकाउंट होता है, जो बिजनेस, स्टार्टअप और ऑर्गेनाइजेशन के लिए खोला जाता है. इसे चालू खाता कहा जाता है. इस खाते में आप हर रोज पैसे जमा कर सकते हैं, निकाल सकते हैं, पैसे मंगा सकते हैं और भुगतान कर सकते हैं, जिससे स्टार्टअप का बिजनेस अच्छे से मैनेज होता है.
स्टार्टअप को करंट अकाउंट से फायदे
- इस खाते में स्टार्टअप हर रोज अनलिमिटेड ट्रांजेक्शन कर सकता है, जिसके चलते उसका बिजनेस अच्छे से चलता है.
- बहुत सारे बैंक चालू खातों पर एक तय सीमा तक ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी देते हैं, जिससे बिजनेस में अचानक पैसों की जरूरत पूरी की जा सकती है.
- करंट अकाउंट पर स्टार्टअप को एक चेकबुक और डेबिट कार्ड भी जारी किया जाता है.
- इस अकाउंट पर ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भी मिलती है. इससे स्टार्टअप्स को ऑनलाइन भुगतान करने में आसानी होती है, जिससे बिजनेस तेजी से चलता है.
किन दस्तावेजों की होती है जरूरत?
एक स्टार्टअप के लिए करंट अकाउंट खुलवाने के लिए पहले तो उसका किसी अथॉरिटी के साथ रजिस्टर होना जरूरी है. वहीं स्टार्टअप के रजिस्ट्रेशन के सर्टिफिकेट, मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन, आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन, पैन कार्ड और बिजनेस के एड्रेस प्रूफ की जरूरत होती है.
मिनिमम बैलेंस
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अलग-अलग बैंकों में करंट अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस के नियम अलग-अलग होते हैं. कुछ बैंक मिनिमम बैलेंस का नियम नहीं रखते हैं, जबकि कुछ रखते हैं.
चार्ज और फीस
करंट अकाउंट खुलवाते वक्त आपको उस पर लगने वाले चार्ज और फीस की पूरी जानकारी होनी जरूरी है. यह अलग-अलग बैंक में अलग-अलग होती है. आमतौर पर आपको ट्रांजेक्शन फीस, चेकबुक चार्ज, डिमांड ड्राफ्ट चार्ज और एसएमएस अलर्ट फीस चुकानी होती है.
बिजनेस लोन और क्रेडिट कार्ड
अगर स्टार्टअप अच्छे से अपने करंट अकाउंट को मेंटेन करता है तो इससे स्टार्टअप को बिजनेस लोन लेना आसान हो जाता है. साथ ही उसे बिजनेस के लिए क्रेडिट कार्ड भी आसानी से मिल जाता है.
04:55 PM IST