पीयूष गोयल ने शेयर किया चलती Train 18 का Video, स्पीडोमीटर ने छुआ 180 KM/h का आंकड़ा
Train 18 आधिकारिक रूप से भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन बन गई है. रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर चलती हुई Train 18 का वीडियो शेयर किया है.
ट्रेन 18 शुरुआत में दिल्ली से वाराणसी तक चलेगी (फोटो - ट्विटर)
ट्रेन 18 शुरुआत में दिल्ली से वाराणसी तक चलेगी (फोटो - ट्विटर)
देश के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है. Train 18 आधिकारिक रूप से भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन बन गई है. रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर चलती हुई Train 18 का वीडियो शेयर किया है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि स्पीडोमीटर पर ट्रेन की स्पीड 120 KM/h से बढ़ते हुए 180 KM/h तक पहुंच जाती है और उसके बाद ये स्पीड लगातार बनी रहती है. इसके साथ ही जल्द भी भारत में रेल यात्रा में लगने वाले समय में भारी कमी आने की उम्मीद जग गई है. आज ही खबर आई है कि रेलवे कानपुर और गाजियाबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है.
Train 18 के वीडियो के साथ पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, 'स्पीड की जरूरत: Train 18 लगातार 180 KM/h की स्पीड हासिल करके भारत की सबसे तेज ट्रेन बन गई है.' 2 मिनट 19 सेकेंड के इस वीडियो को देखकर 180 KM/h की स्पीड के रोमांच को साफ महसूस किया जा सकता है. इस वीडियो को ड्राइवर के केबिन से बनाया गया है. इस गाड़ी को रेलवे की सबसे आधुनिक ट्रेन कहा जा रहा है. इस रेलगाड़ी को 29 दिसम्बर को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाने की तैयारियां लगभग पूरी जो चुकी हैं.
सूत्रों के अनुसार इस रेलगाड़ी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से नई दिल्ली के लिए चलाया जाएगा. प्रधानमंत्री खुद इस रेलगाड़ी को झंडी दिखाएंगे. इस ट्रेन की एक ओर से यात्रा लगभग 08 घंटे की होगी. फिलहाल दिल्ली से वाराणसी पहुंचने में ट्रेनों को 12 से 17 घंटे तक का समय लगता है. Train 18 एक ही दिन में वाराणसी से नई दिल्ली जाने और आने का सफर तय करेगी.
TRENDING NOW
इस रेलगाड़ी के रास्ते में बहुत कम स्टॉपेज होंगे. यह गाड़ी नई दिल्ली से चलने के बाद गाजियाबाद, कानपुर, इलाहाबाद इसे बाद वाराणसी रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी. इस रेलगाड़ी को नई दिल्ली से इलाहाबाद के बीच दिल्ली हावड़ा रूट पर ही चलाया जाएगा इसके बाद यह गाड़ी भदोहीं हो कर गुजरेगी. दरअसल दिल्ली हवाड़ा रूट पर गाड़ियों की संख्या पहले से ही मानकों से अधिक है. इसीलिए इस गाड़ी को इस रूट से चलाया जा रहा है.
टी-18 ट्रेन में यूरोप में चलने वाली आधुनिक गाड़ियों की तरह तमाम खूबियां हैं. यह रेलगाड़ी देश की पहली ट्रेन सेट है. इसमें इंजन लगाने की जरूरत नहीं है. पहले कोच में ड्राइवर के लिए अलग केबिन है. प्लेटफॉर्म से गाड़ी में चढ़ने के लिए ट्रेन में एक ऐसा प्लेटफॉर्म दिया गया है जो अपने आप एडजस्ट हो जाता है. इस रेलगाड़ी का ऐरोडियानिमिक डजाइन इसकी स्पीड बढ़ाने की मदद करता है. गाड़ी में कुल 16 कोच हैं, जिनमें 2 एक्जीक्यूटिव क्लास के कोच हैं.
06:25 PM IST