अब मेट्रो के अंदर भी कर सकेंगे बिना रुकावट मोबाइल का इस्तेमाल, DMRC ने बनाया यह प्लान
DMRC ने फोन नेटवर्किंग के लिए बूस्टर लगाने का फैसला किया है. बूस्टर की मदद से बहुत जल्द मेट्रो के भीतर भी स्ट्रांग सिग्नल मिलेगा.
मेट्रो में मोबाइल सिंग्नल को दुरुस्त करने के लिए 300 लोगों को लगाया गया है.
मेट्रो में मोबाइल सिंग्नल को दुरुस्त करने के लिए 300 लोगों को लगाया गया है.
मेट्रो में सफर के दौरान मोबाइल पर बात करते हुए, एफएम पर गाने सुनते हुए अक्सर नेटवर्क गायब हो जाते हैं. दिल्ली मेट्रो से आम आदमी का सफर तो आसान हुआ है, लेकिन अभी सुविधाओं के नाम पर उतना काम नहीं हुआ, जितना होना चाहिए. खासकर नेटवर्किंग के मामले तो स्थिति बहुत खराब है. लेकिन अब यह समस्या खत्म होने जा रही है. यात्रियों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल में होने वाली परेशानी को देखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने फोन नेटवर्किंग के लिए बूस्टर लगाने का फैसला किया है. बूस्टर की मदद से बहुत जल्द मेट्रो के भीतर भी स्ट्रांग सिग्नल मिलेगा.
डीएमआरसी के जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल ने बताया कि मेट्रो में मोबाइल सिंग्नल को दुरुस्त करने के लिए 300 लोगों को लगाया गया है. ये लोग रात के समय, जब मेट्रो का ऑपरेशन रुक जाता है, तब सिग्नल मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. नेटवर्किंग की समस्या उन स्टेशनों पर ज्यादा है, जो जमीन के अंदर हैं. पिंक और मैजेंटा लाइन पर ज्यादातर स्टेशन अंडरग्राउंड हैं. इसलिए इन लाइन पर ज्यादा बूस्टर लगाए जा रहे हैं.
पिंक और मैजेंटा लाइन पर लगेंगे बूस्टर
ज़ी न्यूज़ (डिजिटल) से बात करते हुए अनुज दयाल ने कहा कि काम बहुत तेजी से जारी है और फरवरी तक बूस्टर लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जो स्टेशन ग्राउंड के ऊपर बने हैं, वहां ऐसी कोई समस्या नहीं है.
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पिंक लाइन मेट्रो रूट पर भीकाजी कामा प्लेस से हसरत निजामुद्दीन तक सभी स्टेशन अंडरग्राउंड हैं. वहीं, मैजेंटा लाइन पर कालकाजी से जनकपुरी वेस्ट तक सभी स्टेशन अंडरग्राउंड हैं. इन दो रूट पर नेटवर्क पूरी तरह गायब रहता है. इसके अलावा यमुना बैंक के आसपास भी नेटवर्क एकदाम गायब हो जाते हैं.
08:38 PM IST