Tax Savings Options: टैक्स बचाने के लिए निवेश के 5 ऑप्शन, मार्केट की उठापटक का रिटर्न पर नहीं होता असर
Tax Savings Options: कुछ ऑप्शन ऐसे हैं, जिनमें निवेश पर आप टैक्स छूट मिलती ही है, साथ ही आपको तय ब्याज भी मिलता है. इनमें निवेश पूरी तरह सेफ रहता है और मैच्योरिटी पर फिक्स इनकम होती है.
(Representational Image)
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Tax Savings Options: अगर इनकम टैक्स बचाने के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको मार्केट में कई ऑप्शन मिल जाएंगे. इसमें कुछ ऐसे ऑप्शन हैं, जिनके रिटर्न पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. वहीं, कुछ ऑप्शन ऐसे हैं, जिनमें निवेश पर टैक्स छूट मिलती ही है, साथ ही आपको फिक्स्ड ब्याज भी मिलता है. इनमें निवेश पूरी तरह सेफ रहता है और मैच्योरिटी पर फिक्स इनकम होती है. इनमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (POTD), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC), 5 साल की टैक्स सेवर एफडी और सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSC) जैसी स्कीम्स शामिल हैं.
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भी एक ऐसी स्कीम हैं, जिसमें लॉन्ग टर्म के नजरिए से निवेश किया जाए तो न केवल लाखों रुपये का फंड बन जाएगा. बल्कि पैसा भी पूरा सेफ रहेगा और पूरी तरह टैक्स की बचत होगी. इसकी मैच्योरिटी 15 साल होती है और इसे 5-5 के ब्लॉक में आगे बढ़ाया जा सकता है. यह अकाउंट पोस्ट ऑफिस या डेजिग्नटेड बैंक ब्रांच में खुलवाया जा सकता है. PPF में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के अंतर्गत टैक्स बेनेफिट मिलता है. इस स्कीम में 1.5 लाख रुपये तक निवेश का डिडक्शन लिया जा सकता है. PPF में कमाई गई ब्याज और मेच्योरिटी की राशि भी टैक्स फ्री होती है. इस तरह पीपीफ में निवेश EEE कैटेगरी में आता है. अभी पीपीएफ पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC)
नेशनल पोस्ट ऑफिस की इस स्माल सेविंग्स स्कीम्स की खासियत यह है कि इसमें निवेश की मैक्सिमम लिमिट नहीं है. वहीं, इसमें मल्टीपल अकाउंट खुलवाए जा सकते हैं. एनएसई में डिपॉजिट पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का भी फायदा मिलता है. NSC स्कीम में अभी सालाना 6.8 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. इसे ब्याज की कम्पाउंडिंग सालाना आधार पर होती है लेकिन इसका भुगतान मेच्योरिटी पर ही होता है. इस स्कीम का मैच्योरिटी 5 साल का है.
पोस्ट ऑफिस 5 साल की डिपॉजिट
पोस्ट ऑफिस की 5 साल की डिपॉजिट पर टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं. इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के अंतर्गत मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये तक डिपॉजिट पर टैक्स छूट लिया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस में 5 साल की डिपॉजिट पर 6.7 सालाना ब्याज मिल रहा है.
बैंक टैक्स सेवर FDs
बैंकों की 5 साल की एफडी पर भी सेक्शन 80सी के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का फायदा लिया जा सकता है. देश का सबसे बड़ा बैंक SBI अभी 5 साल की टैक्स सेविंग्स एफडी पर 5.5 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है. हालांकि, मैच्योरिटी पर ब्याज से होने वाली इनकम टैक्सेबल होती है.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) भी फिक्स ब्याज इनकम के साथ टैक्स सेविंग का बेहतर ऑप्शन है. इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल है और उसे एक बार 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. इसमें मैक्सिमम 15 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है. सीनियर सिटीजन या जल्दी रिटायरमेंट लेने वाले लोग बैंक या पोस्ट ऑफिस में यह अकाउंट खुलवा सकते हैं. इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के अंतर्गत टैक्स 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन लिया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की एससीएसएस पर अभी 7.4 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.
04:53 PM IST