NFO में कमाई का मौका! खुल गया नया फंड; ₹5000 से शुरू कर सकते हैं निवेश, जानें डीटेल
Mutual Fund NFO: मिराए एसेट म्यूचुअल फंड (Mirae Asset Mutual Fund) ने इक्विटी कैटेगरी में मिराए एसेट फ्लेक्सी कैप फंड (Mirae Asset Flexi Cap Fund) लॉन्च किया है. NFO 3 फरवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है.
(Representational Image)
(Representational Image)
Mutual Fund NFO: म्यूचुअल फंड कंपनी मिराए एसेट म्यूचुअल फंड (Mirae Asset Mutual Fund) ने इक्विटी कैटेगरी में मिराए एसेट फ्लेक्सी कैप फंड (Mirae Asset Flexi Cap Fund) लॉन्च किया है. NFO 3 फरवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 17 फरवरी 2023 को बंद होगा. इक्विटी फ्लेक्सी कैप स्कीम्स में फंड हाउस लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप तीनों कैटेगरी की कंपनियों में निवेश करते हैं. ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम हैं. इसका मतलब कि आप इस स्कीम से जब चाहे बाहर निकाल सकते हैं. इसका बेंचमार्क इंडेक्स NIFTY 500 TRI है.
5000 रुपये मिनिमम निवेश
मिराए एसेट फ्लेक्सी कैप फंड में न्यूनतम निवेश 5000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में किया जा सकता है. एनएवी पर 1 फीसदी का एग्जिट लो केवल तभी लागू होता है, जब यूनिट्स को आवंटन की तारीख से 1 साल (365 दिन) के भीतर रिडीम कराया जाता है. साथ ही इस अवधि के बाद यूनिट्स रिडीम करने पर 'शून्य' यानी कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा. जिन निवेशकों ने SWP का ऑप्शन लिया है उन्हें एग्जिट लोड नहीं देना होगा.
बता दें, फ्लेक्सी-कैप फंड में फंड मैनेजर के पास निवेशकों के निवेश पर बेहतर रिटर्न दिलाने के लिए किसी भी कैटेगरी की कंपनी के शेयर चुनने की आजादी होती है. इसमें फंड मैनेजर के सामने निश्चित मार्केट कैपिटलाइजेशन की कंपनियों की बाध्यता नहीं होती है. इससे फंड मैनेजर को डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलती है.
लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन
TRENDING NOW
मिराए एसेट म्यूचुअल फंड के मुताबिक, इस स्कीम का मकसद अलग-अलग मार्केट कैपिटल वाली कंपनी कंपनियों में निवेश कर निवेशकों के लिए लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएशन करना है. इसमें इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड सिक्युरिटीज में निवेश किया जाता है. हालांकि, स्कीम अपने उद्देश्य को हासिल कर ले, इसमें कोई गारंटी नहीं होती है.
फ्लेक्सी कैप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि मार्केट के ट्रेंड के मुताबिक फंड मैनेजर फंड को स्विच कर सकता है. इस तरह अगर लॉर्ज कैप बेहतर चल रहा है, तो फंड मैनेजर लॉर्ज कैप में चला जाता है. वहीं, अगर मिडकैप चल रहे होते हैं, तो मिडकैप में निवेश करता है. इससे यह होता है कि निवेशक का रिटर्न बेहतर रहता है. हालांकि, इसमें एक्सपेंश रेश्यो थोड़ा ज्यादा हो सकता है.इस कैटेगरी का इक्विटी में कम से कम 65 फीसदी निवेश होता है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां सिर्फ NFO की डीटेल दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
12:45 PM IST