Power of compounding: मुनाफे पर मुनाफा! कंपाउंडिंग इंटरेस्ट से होगी कई गुना कमाई, ये 5 इन्वेस्टमेंट स्कीम हैं बेस्ट
Power of compounding: अगर आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट से पैसे कमाने हैं और लॉन्ग टर्म के लिए वेल्थ क्रिएशन करना है तो आपको इसके लिए ध्यान से प्लानिंग करनी चाहिए और इसे टाइम देना चाहिए. जानिए कि आपके लिए ऐसे कौन सी इन्वेस्टमेंट स्कीम हैं, जो कंपाउंड इंटरेस्ट का फायदा दिलाएंगी.
Power of compounding: कंपाउंडिंग इंटरेस्ट को ध्यान में रखकर निवेश करना एक स्मार्ट इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी है. अगर आप सही वक्त पर निवेश शुरू करें और इसे लंबा टाइम दें तो ये फॉर्मूला आपको कई गुना फायदा दिलाता है. इसकी सबसे अच्छी बात है कि आपको यहां मुनाफे पर मुनाफा होता है, यानी आप ब्याज पर ब्याज कमाते हैं. अगर आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट से पैसे कमाने (Compounding investment return) हैं और लॉन्ग टर्म के लिए वेल्थ क्रिएशन करना है तो आपको इसके लिए ध्यान से प्लानिंग करनी चाहिए और इसे टाइम देना चाहिए. तो आइए जान लेते हैं कि कंपाउंड इंटरेस्ट क्या होता है और आपके लिए ऐसे कौन सी इन्वेस्टमेंट स्कीम हैं, जो कंपाउंड इंटरेस्ट का फायदा दिलाएंगी.
कंपाउंड इंटरेस्ट क्या होता है और कैसे दिलाता है फायदा?
जब अब किसी भी इन्वेस्टमेंट स्कीम में निवेश करते हैं तो निवेश के अमाउंट को प्रिंसिपल अमाउंट या मूलधन कहते हैं, इस मूलधन पर आपको ब्याज या इंटरेस्ट मिलता है, ये आपका निवेश पर रिटर्न होता है. लेकिन जब इसी ब्याज पर ब्याज मिलता है तो वो कंपाउंड इंटरेस्ट या फिर चक्रवृद्धि ब्याज कहलाता है. यानी कि ब्याज पर मिले ब्याज को कंपाउंड इंटरेस्ट कहते हैं. आप निवेश स्कीम के हिसाब से ये खुद चुन सकते हैं कि आपको हर महीने कंपाउंड इंटरेस्ट चाहिए या फिर सालाना. जब आप Wealth Creation के लिए Snowball Method की बात करते हैं तो कंपाउंडिंग इंटरेस्ट भी इस दायरे में आता है. आप जितनी जल्दी निवेश करना शुरू करते हैं, आपके लिए उतना बड़ा फंड तैयार होता है.
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कंपाउंड इंटरेस्ट के लिए कहां करें निवेश? (Compound Interest Investment Scheme)
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आप कंपाउंड इंटेरस्ट देने वाली स्कीम्स को दो हिस्सों में बांट सकते हैं. पहला तो कम रिस्क वाली सेफ निवेश योजनाएं. वहीं दूसरा अग्रेसिव लेकिन थोड़ा रिस्क रखने वाली योजनाएं. पहली कैटेगरी में फिक्स्ड डिपॉजिट, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), नेशनल सेविंग्स स्कीम (NSC), लाइफ इंश्योरेंस सेविंग्स प्लान, डेट म्यूचुअल फंड्स, डेट फंड इन्वेस्टमेंट के साथ यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में आती हैं. वहीं, दूसरी कैटेगरी में ज्यादातर मार्केट से लिंक्ड निवेश योनजाएं हैं, इक्विटी म्यूचुअल फंड, इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम, इक्विटी फंड इन्वेस्टमेंट से लिंक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान के साथ नेशनल पेंशन सिस्टम को भी इसमें रखा जा सकता है.
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कंपाउंड इंटरेस्ट के लिए अगर ऊपर बताई गई योजनाओं में निवेश करना है तो हम आपको 5 सबसे फायदेमंद योजनाओं के बारे में बता रहे हैं खास बातें-
1. फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit)
फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे सुरक्षित निवेश योजनाओं में से एक माना जाता है. इसमें आप एक बार के लिए पैसे लगा देते हैं, जिसपर आपको रिटर्न मिलता रहता है. अलग-अलग बैंक अलग-अलग इंटरेस्ट रेट ऑफर करते हैं. इसमें आपको गारंटीड रिटर्न मिलता है, जितनी जल्दी पैसा लगाते हैं, मैच्योरिटी पर उतना ज्यादा रिटर्न मिलता है. अगर कुल सालाना ब्याज 10,000 तक है, तो इसपर टैक्स छूट भी मिलती है.
2. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund)
पीपीएफ एक सरकारी निवेश योजना है, जो गारंटीड रिटर्न देती है. फ्यूचर प्लानिंग के लिए इसे काफी पसंद किया जाता है. अभी आपको इसपर 7.1% ब्याज दर से रिटर्न मिल रहा है. ये 15 सालों का निवेश होता है, जिसे पांच-पांच सालों पर बढ़वाया जा सकता है. रिटायरमेंट फंड तैयार करने के लिए ये बढ़िया स्कीम है.
3. नेशनल पेंशन स्कीम (National Pension Scheme)
लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन और रिटायरमेंट फंड की बात हो रही है तो एनपीएस की बात कर लेते हैं. एनपीएस भी काफी पॉपुलर स्कीम है, जिसमें आपका पैसा सरकारी बॉन्ड्स, डिबेंचर्स और शेयरों में लगाया जाता है. यहां भी आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा मिलता है. आप इसमें निवेश का अमाउंट भी अपनी सुविधा के हिसाब से चुन सकते हैं.
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4. डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Funds)
इस म्यूचुअल फंड स्कीम में एक फिक्स्ड इनकम वाली सिक्योरिटीज़ में आपका पैसा लगाया जाता है. इनमें ट्रेजरी बिल, कॉमर्शियल पेपर, कॉरपोरेट बॉन्ड्स और सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट्स शामिल होते हैं. इनमें रिस्क लेवल थोड़ा कम होता है. इन्वेस्टमेंट पीरियड भी काफी फ्लेक्सिबल होता है. ये भी एक सिक्योर ऑप्शन है जहां आपको सेफ और गारंटीड रिटर्न मिलता है.
5. इक्विटी म्यूचुअल फंड
इस निवेश योजना में आपके पास म्यूचुअल फंड्स शेयर बाजार में लिस्टेड अलग-अलग कंपनियों के स्टॉक्स में लगाते हैं, इन्हें ग्रोथ फंड भी कहते हैं. ये निवेश आपको एफडी और डेट फंड्स से ज्यादा रिटर्न दिलाता है. हालांकि, जाहिर है कि मार्केट से लिंक्ड होने और कंपनी की परफॉर्मेंस पर निर्भर होने से इसमें रिस्क भी ज्यादा होता है. लेकिन अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने और कम समय में सही रणनीति के साथ ज्यादा रिटर्न कमाने के लिए ये योजना काफी बेहतरीन है.
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