PM मोदी ने राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का भवन राष्ट्र को किया समर्पित, कहा- नई चुनौतियों के लिए खुद को करना है तैयार
PM Modi in Gujarat: पीएम मोदी ने कहा कि आज एक और पावन अवसर है, आज के ही दिन नमक सत्याग्रह के लिए इसी धरती से दांडी यात्रा की शुरुआत हुई थी. अंग्रेजों के अन्याय के खिलाफ गांधी जी के नेतृत्व में जो आंदोलन चला, उसने अंग्रेजी हुकूमत को हम भारतीयों के सामूहिक सामर्थ्य का एहसास करा दिया था.
पीएम मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है.
पीएम मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है.
PM Modi in Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. शनिवार को उन्होंने अहमदाबाद में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) का एक भवन राष्ट्र को समर्पित किया. विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा का क्षेत्र अब सिर्फ यूनिफॉर्म और डंडे तक सीमित नहीं है. 21वीं शताब्दी की नई चुनौतियां हैं और हमें उसकी जरूरत के अनुसार खुद को तैयार करना है. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल भी मौजूद थे.
Delighted to address the convocation ceremony of Rashtriya Raksha University. @RakshaUni https://t.co/c0gQ1U9JSx
— Narendra Modi (@narendramodi) March 12, 2022
‘रक्षा का क्षेत्र सिर्फ यूनिफॉर्म और डंडा नहीं’
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी में आना मेरे लिए एक विशेष आनंद का अवसर है. यह यूनिवर्सिटी उनके लिए है जो देश भर में रक्षा के क्षेत्र में जो अपना करियर बनाना चाहते हैं. रक्षा का क्षेत्र सिर्फ यूनिफॉर्म और डंडा नहीं है, वह बहुत विस्तृत क्षेत्र है, उसमें वेल ट्रेंड मैनपावर समय की मांग है.
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‘चुनौतियों के अनुकूल हमारी व्यवस्थाएं भी हो विकसित’
उन्होंने ने कहा, इसलिए रक्षा के क्षेत्र में 21वीं सदी की जो चुनौतियां हैं उन चुनौतियों के अनुकूल हमारी व्यवस्थाएं भी विकसित हो और उन व्यवस्थाओं को संभालने वाले व्यक्तित्व का भी विकास हो. अब उस संदर्भ में एक विजन को लेकर राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी का जन्म हुआ. पहले यह गुजरात में रक्षा यूनिवर्सिटी के रूप में जानी जाती थी. बाद में भारत सरकार ने उसको एक पूरे देश के लिए ए अहम यूनिवर्सिटी के रूप में मान्यता दी.
दांडी यात्रा को किया याद
प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी और दांडी मार्च में भाग लेने वालों को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री ने कहा, "अंग्रेजों के अन्याय के खिलाफ गांधी जी के नेतृत्व में जो आंदोलन चला, उसने अंग्रेजी हुकूमत को हम भारतीयों के सामूहिक सामर्थ्य का एहसास करा दिया था." उन्होंने कहा कि मैं दांडी यात्रा में शामिल हुई सभी सत्याग्रहियों कापुण्य स्मरण करता हूं.
‘सेना के लोग आ जाएं तो कोई परेशानी नहीं होती‘
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, दुर्भाग्य से आजादी के बाद हमारे देश में कानून व्यवस्था के लिए जो काम होना चाहिए था, उसमें हम पीछे रह गए. आज भी पुलिस के संदर्भ में जो अवधारणा बनी है, वो ये है कि इनसे दूर रहो. वहीं सेना के लिए अवधारणा है कि सेना के लोग आ जाएं तो कोई परेशानी नहीं होती. आज भारत में ऐसी मैन पावर को सुरक्षा के क्षेत्र में लाना जरूरी है, जो लोगों के मन में मित्रता, विश्वास की अनुभूति कर सकें.
‘फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी पूरी दुनिया में कहीं नहीं’
उन्होंने आगे कहा, फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी पूरी दुनिया में कहीं नहीं है. पूरी दुनिया में कहीं पर भी चिल्ड्रेन यूनिवर्सिटी नहीं है. गांधीनगर और हिंदुस्तान अकेला ऐसा है जिसके पास से दो यूनिवर्सिटी हैं. रक्षा विश्वविद्यालय के जरिए हम उस प्रकार से लोगों को तैयार करना चाहते हैं, जो कम संसाधनों में भी चीजों को संभालने का सामर्थ्य रखें.
डेडिकेटेड वर्क फोर्स तैयार करने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा, हमें देश की रक्षा के लिए डेडिकेटेड वर्क फोर्स हर स्तर पर तैयार करना होगा. आपने यूनिफॉर्म पहन ली तो ये सोचने की गलती मत करना की दुनिया आपकी मुठ्ठी में है. यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसके भीतर मानवता होती है. यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसमें करुणा का भाव होता है. इसकी ताकत तब बढ़ती है, जब माताओं-बहनों, पीड़ित, वंचितों के लिए कर गुजरने की आकांक्षा होती है.
04:54 PM IST