एक लाख युवाओं को टेक्निकल ट्रेनिंग देने की तैयारी, ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ेंगे नौकरियों के अवसर
training: आईईईई सीएससी के माध्यम से डिजिटल इंडिया पहल के साथ जुड़े कौशल कार्यक्रमों में देशभर के युवा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने का काम करेगा.
इसका उद्देश्य नौकरी सृजित करना और डिजिटल प्रौद्योगिकी के अंतर को पाटना है. (फोटो साभार - रॉयटर्स)
इसका उद्देश्य नौकरी सृजित करना और डिजिटल प्रौद्योगिकी के अंतर को पाटना है. (फोटो साभार - रॉयटर्स)
इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आईईईई) ने अहम और नवीन प्रौद्योगिकियों में एक लाख नौजवान पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए शुक्रवार को साझा सेवा केंद्र (सीएससी) के साथ करार किया. एक बयान में यह जानकारी दी गई है. सीएससी एक नेटवर्क है, जिसका उद्देश्य आम लोगों खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं को पहुंचाना है.
बयान में कहा गया है कि समझौते के तहत, आईईईई सीएससी के माध्यम से डिजिटल इंडिया पहल के साथ जुड़े कौशल कार्यक्रमों में देशभर के युवा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने का काम करेगा. यह इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), डेटा नेटवर्क प्रबंधन और उभरते हुए प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में उनके लिए नौकरियों के अवसर बढ़ने में मदद करेगा.
आईईईई इंडिया ऑपरेशंस के वरिष्ठ निदेशक हरीश मैसूर ने कहा, "इस समझौते का उद्देश्य नौकरी सृजित करना और डिजिटल प्रौद्योगिकी के अंतर को पाटना है. आईईईई के बेलेंडड लर्निंग कार्यक्रम (बीएलपी) का उद्देश्य देशभर के एक लाख युवा पेशेवरों को आईओटी जैसे प्रौद्योगिकी के उभरते हुए क्षेत्रों में उनका कौशल बढ़ाना है."
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