वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman करेंगी सरकारी बैंकों के प्रमुखों से मुलाकात, इन मुद्दों पर होगी समीक्षा
FM to meet CEOs of PSB: देश में कोरोना महामारी से इकोनॉमी को बचाने के लिए बैंकों के प्रयास का जायजा लेने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैंक प्रमुखों से करेंगी मुलाकात.
सरकारी बैंक प्रमुखों से मिलेंगी वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman. (Source: PTI)
सरकारी बैंक प्रमुखों से मिलेंगी वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman. (Source: PTI)
FM to meet CEOs of PSB: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 25 अगस्त को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) के सीईओ से मिलने वाली हैं. बैठक का मकसद बैंकों के प्रदर्शन और कोविड-19 महामारी (Corona Virus) से प्रभावित इकोनॉमी (Indian Economy) को गति देने के मामले में हुई प्रगति की समीक्षा करना है.
पिछले साल मार्च के बाद पहली बैठक
सूत्रों ने कहा कि मांग और खपत बढ़ाने के लिये बैंक क्षेत्र के महत्व को देखते हए सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman के साथ बैठक महत्वपूर्ण है.
बता दें कि पिछले साल मार्च में महामारी शुरू होने के बाद से यह वित्त मंत्री और सरकारी बैंकों के प्रमुखों की आमने-सामने की पहली समीक्षा बैठक है.
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इकोनॉमिक ग्रोथ में सहायता करेगी सरकार
हाल ही में सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि सरकार कोविड-19 महामारी (Covid 19) से प्रभावित आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है.
वित्त मंत्री (Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि विकास (Economic Growth) को महत्व दिया जाएगा और इसके लिए रिजर्व बैंक (RBI) और हम दोनों ही अपना समर्थन देंगे.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
न्यूज एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक इस बैठक में वित्त मंत्री रिजर्व बैंक द्वारा घोषित पुनर्गठन- 2.0 योजना (Restructuring 2.0 Scheme) की प्रगति की समीक्षा कर सकती हैं. बैठक में बैंकों को उत्पादक क्षेत्रों को कर्ज बढ़ाने पर जोर दिया जा सकता है. इसके साथ ही 4.5 लाख करोड़ रुपये की आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ECLGS) की भी समीक्षा की जाएगी.
NPA का भी लिया जाएगा जायजा
सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री (Finance Minister) फंसे कर्ज या NPA (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) की स्थिति की भी जायजा ले सकती हैं. इसके अलावा बैंकों के विभिन्न सुधार उपायों पर भी चर्चा होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि सरकार के विभिन्न प्रायासें से NPA कर्ज 31 मार्च, 2021 को घटकर 6,16,616 करोड़ रुपये (अस्थायी आंकड़ा) पर आ गया जो 31 मार्च, 2020 को 6,78,317 करोड़ रुपये था. वहीं 31 मार्च, 2019 को 7,39,541 करोड़ रुपये पर था.
01:43 PM IST