FASTag news: टोल प्लाजा पर FASTag अनिवार्य होते ही बढ़ी मुश्किल, लगा लम्बा जाम
सरकार ने सोमवार 15 फरवरी 2021 की रात से फास्टैग (FASTAG) को पूरी तरह से अनिवार्य कर दिया है.
सरकार ने सोमवार 15 फरवरी 2021 की रात से फास्टैग (FASTAG) को पूरी तरह से अनिवार्य कर दिया है (फोटो - प्रतिकात्मक)
सरकार ने सोमवार 15 फरवरी 2021 की रात से फास्टैग (FASTAG) को पूरी तरह से अनिवार्य कर दिया है (फोटो - प्रतिकात्मक)
सरकार ने सोमवार 15 फरवरी 2021 की रात से फास्टैग (FASTAG) को पूरी तरह से अनिवार्य कर दिया है. लेकिन फास्टैग अनिवार्य (fastag mandatory) होने के चलते मंगलवार को दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे Delhi-Jaipur Expressway (NH-48) के खेड़की दौला टोल प्लाजा (Kherki Daula toll plaza) पर पीक ऑवर के दौरान दो किलोमीटर से अधिक लंबा ट्रैफिक जाम (traffic jam) देखा गया. हालांकि टोल प्रबंधन प्राधिकरण ने ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए कई ट्रैफिक मार्शल (traffic marshals) भी तैनात किए थे, लेकिन पीक ऑवर के दौरान वाहनों की लंबी कतार देखी गई और लोग जाम के कारण परेशान होते दिखे. जैसी कि उम्मीद की जा रही थी, टोल प्लाजा पर फास्टैग लगे वाहनों के लिए आरक्षित सभी 25 लेनों पर लंबे समय तक ट्रैफिक जाम रहा. स्थिति उस समय बिगड़ गई जब रश-ऑवर के दौरान जयपुर से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन लगभग दो किमी तक कतारों में खड़े दिखे.
20 प्रतिशत वाहनों में फास्टैग नहीं 20 percent vehicles do not have fastag
एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने कहा कि टोल प्लाजा के आगे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली (tractor-trolley) के पलट जाने से यातायात प्रभावित हुआ. मिलेनियम सिटी एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड Millennium City Expressway Private Limited (MCEPL) के अधिकारियों ने कहा कि ट्रैफिक जाम इस वजह से होता है कि 20 प्रतिशत वाहनों में फास्टैग नहीं होते हैं. इससे आने-जाने वालों को काफी परेशान होना पड़ रहा है. एक अधिकारी ने कहा कि फास्टैग को शीघ्रता से पढ़ने के लिए हमने एक नई रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन Radio-Frequency Identification (RFID) टैग रीडर (tag reader) लगाया है और फास्टैग की बिक्री के लिए टोल प्लाजा पर कई स्टॉल लगाए गए हैं ताकि वाहन मालिकों इन्हें खरीद सकें. अधिकारी ने कहा कि मोटर चालकों को असुविधा से बचाने के लिए हमने मैन्युअली फास्टैग स्कैनिंग शुरू की है ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या से बचा जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि समर्पित फास्टैग लेन में जाम की स्थिति की एक वजह यह भी है कि फास्टैग यूजर्स (Fastag users) और कैश यूजर्स (Fastag users)के पास पर्याप्त बैलेंस नहीं रह रहे हैं.
हैंडहेल्ड मशीनों ने बढ़ाई मुश्किल Handheld machines made difficult
खराब गुणवत्ता वाले टैग के कारण हैंडहेल्ड मशीनों (Handheld machines) का उपयोग उन्हें पढ़ने के लिए किया जाता है, जिसके कारण समय अधिक लगता है. तीन लेनों के प्रभारी एक ट्रैफिक मार्शल (traffic marshal) ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को कई वाहनों के टैग पढ़ने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया. अधिकारियों ने दावा किया कि एक दिन में लगभग 80,000 वाहन टोल प्लाजा (toll plaza) से गुजरे, जिसमें लगभग 20 प्रतिशत मोटर चालकों के पास फास्टैग नहीं थे. दो शिफ्टों में 50 से अधिक मार्शल तैनात किए गए थे ताकि वाहनों को उनके भुगतान के तरीके के अनुसार लेन दिया जा सके. इसके अलावा, हैंडहेल्ड मशीनों (handheld machines) के साथ मार्शल की संख्या भी बढ़ाई गई है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर अनिल ने कहा कि यातायात की स्थिति को संभालने के लिए 20 के मुकाबले तीन शिफ्ट में 50 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया.
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जल्द हालात सुधरने की उम्मीद (Hope to improve the situation soon)
उन्होंने कहा कि स्थिति उतनी बुरी नहीं है जितनी कि उम्मीद की गई थी. उन्होंने आशा व्यक्त की कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी. फास्टैग यूजर (Fastag user) अमन टुटेजा ने कहा कि दिल्ली के रास्ते गुरुग्राम (Gurugram) जाने के लिए टोल पार करने में मुझे सुबह के वक्त 40 मिनट लगे. गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर शुल्क संग्रह प्लाजा की सभी लेन को 15 फरवरी/16 फरवरी, 2021 की आधी रात से "शुल्क प्लाजा की फास्टैग लेन" के रूप में घोषित कर दिया गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 (National Highway Tariff Rules 2008) के अनुसार, कोई भी वाहन जिसमें फास्टैग नहीं लगा हुआ है अथवा, जिस वाहन में वैध या चलता हुआ फास्टैग नहीं है, उसे टोल प्लाजा में प्रवेश करने पर उस श्रेणी के लिए निर्धारित शुल्क का दोगुना शुल्क के बराबर की राशि का भुगतान करना होगा. परिवहन मंत्रालय (Ministry of Transport ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि डिजिटल मोड के माध्यम से शुल्क भुगतान को बढ़ावा देने, प्रतीक्षा समय और ईंधन की खपत को कम करने और शुल्क प्लाजा के माध्यम से एक आसान और निर्बाध मार्ग प्रदान करने के लिए ऐसा किया गया है. मंत्रालय ने 1 जनवरी 2021 से प्रभावी होने के साथ मोटर वाहनों के एम एंड एन श्रेणियों में फास्टैग को फिट करने का आदेश दिया था. श्रेणी एम का अर्थ है, यात्रियों को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कम से कम चार पहियों के साथ एक मोटर वाहन है. और श्रेणी एन का तात्पर्य है - एक मोटर वाहन जिसमें सामान ले जाने के लिए कम से कम चार पहिए हैं और जो सामान के अलावा व्यक्तियों को भी ले जा सकते हैं.
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05:59 PM IST