COVID-19 के 617 वेरिएंट्स को बेअसर करने में Covaxin सक्षम, अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ का दावा
व्हाइट हाउस चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउची ने कहा कि भारत में Covaxin लगवाने वाले लोगों के डेटा से वैक्सीन के असर के बारे में पता चला है.
भारत में 1 मई से शुरू हो रहे तीसरे फेज के वैक्सीनेशन के लिए 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहा है.
भारत में 1 मई से शुरू हो रहे तीसरे फेज के वैक्सीनेशन के लिए 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहा है.
Corona vaccine Covaxin: पूरी तरह भारत में विकसित हुई कोविड19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को लेकर एक अच्छी खबर आई है. व्हाइट हाउस के चीफ मेडिकल एडवाइजर और अमेरिका के टॉप महामारी एक्सपर्ट डॉ एंथनी फाउची ने कहा है कि भारत की वैक्सीन कोवैक्सीन COVID19 के 617 वैरिएंट्स को बेअसर करने में कारगर है. फाउची ने मंगलवार को कॉन्फ्रेंस कॉल में संवाददाताओं को बताया कि भारत में कोवैक्सिन लगवाने वाले लोगों के डेटा से वैक्सीन के असर के बारे में पता चला है. इसलिए भारत में मुश्किल हालात के बावजूद वैक्सीनेशन काफी कारगर हो सकता है. डॉ. फाउची का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत में वैक्सीनेशन का तीसरा फेज 1 मई से शुरू हो जाएगा. इसके लिए 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहा है. तीसरे फेज में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का वैक्सीनेशन होगा.
डॉ. फाउची (White House Epidemiologist Dr. Anthony Fauci) ने कहा, 'यह कुछ ऐसा है जहां हमें रोजाना नए आंकड़े मिल रहे हैं. लेकिन आंकड़ों में सबसे ताजा कोविड-19 मरीजों के खून के सेरा और जिन लोगों को भारत में इस्तेमाल होने वाला कोवैक्सीन टीका दिया गया है उनको शामिल किया गया है. यह 617 प्रकार के कोविड को बेअसर करने वाला पाया गया है.'
न्यूयार्क टाइम्स ने मंगलवार को कहा था कि कोवैक्सीन इम्युनिटी सिस्टम को सार्स-सीओवी-2 कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज बनाना सिखाकर काम करती है. ये एंटीबॉडीज वायरल प्रोटीन जैसे कथित स्पाइक प्रोटीनों से जुड़ जाते हैं जो इसकी सतह पर फैल जाते हैं.
TRENDING NOW
ICMR भी बता चुकी डबल म्यूटेंट के खिलाफ कारगर
हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक और ICMR ने कोवैक्सिन के तीसरे फेज की अंतरिम क्लीनिकल ट्रायल रिपोर्ट में कहा था कि कोवैक्सिन क्लीनिकली 78% और कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित मरीजों पर 100 फीसदी तक असरदार है. कंपनी ने अपने एनालिसिस में कोरोना के 87 सिंप्टम्स पर रिसर्च की थी. वैक्सीन को लेकर अंतिम रिपोर्ट जून में जारी की जाएगी. कोवैक्सीन (Covaxin)को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए 3 जनवरी को मंजूरी मिली थी.
ICMR ने 20 अप्रैल को कहा था कि कोवैक्सिन डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट के खिलाफ भी प्रोटेक्शन देती है. स्टडी के आधार पर ICMR ने कहा था कि ब्राजील, UK और दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट पर भी कोवैक्सीन असरदार है और उनके खिलाफ भी यह प्रतिरक्षा देती है. दरअसल, देश में चल रही सेकंड वेव के लिए इन वैरिएंट्स को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
03:06 PM IST