2000 के नोट को लेकर सरकार का बड़ा बयान, 3 साल से नहीं छप रहे, जानिए कितनी आई गिरावट
2000 Note: वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस बात की जानकारी दी है. बता दें कि इस साल नवंबर में 2000 नोटों की संख्या घटकर 223.3 करोड़ हो गई है.
2000 Note Circulation: नोटबंदी के बाद शुरू किए गए 2000 रुपए के नोट अब चलन में कम हो गए हैं. खुद सरकार ने इस बात को स्वीकार किया है. वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस बात की जानकारी दी है. बता दें कि इस साल नवंबर में 2000 नोटों की संख्या घटकर 223.3 करोड़ नोट या कुल नोटों (NIC) का 1.75 फीसदी रह गई है. जबकि यह संख्या मार्च 2018 में 336.3 करोड़ थी. हालांकि 500 के नोटों की संख्या पर्याप्त बनी हुई है.
वित्त राज्यमंत्री ने दी ये जानकारी
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि विशेष मूल्यवर्ग के बैंक नोटों की छपाई का फैसला सरकार लेती है और इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) से परामर्श लिया जाता है. जनता को किन नोटों की ज्यादा जरूरत है, उसे देखते हुए नोटों के प्रचलन का फैसला होता है.
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2018 में कितना था चलन
इसके अलावा वित्त राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि 31 मार्च 2018 को 2000 रुपए मूल्यवर्ग के 336.3 करोड़ नोट परिचालन में थे. जबकि इसके मुकाबले 26 नवंबर 2021 को 2233 MPC प्रचालन में थे.
छपाई में गिरावट की क्या रही वजह
वित्त राज्यमंत्री ने संसद को जानकारी दी कि 2018-19 से नोट के लिए करेंसी प्रिटिंग प्रेस के पास कोई मांग नहीं रखी गई है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद 2000 रुपए के नोट के प्रचलन में कमी इसलिए आई है क्योंकि 2018-19 में नोटों की छपाई के लिए कोई नया मांगपत्र नहीं रखा गया है.
नोटबंदी के बाद आया था 2000 का नोट
बता दें कि 8 नवंबर 2016 को सरकार ने काले धन पर रोक लगाने के लिए नोटबंदी का फैसला किया था और इस दौरान 500 और 1000 के नोट को बंद करने का फैसला लिया गया था. नोटबंदी के बाद 2000 और 500 रुपए के नोट की एक नई सीरीज पेस की गई थी.
11:21 AM IST