वित्त वर्ष 2022-23 में कैसी रहेगी इंडिया की GDP ग्रोथ? रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने जताया अनुमान
India GDP forecast 2023: क्रिसिल ने ब्रेंट क्रूड के इस साल औसतन 85 डॉलर प्रति बैरल पर रहने का अनुमान जताया है, जबकि वर्ष 2021 में इसका औसत स्तर 70.44 डॉलर प्रति बैरल रहा.
सेमीकंडक्टर जैसे अहम कच्चे माल की किल्लत दूर होने में अभी वक्त लगेगा.
सेमीकंडक्टर जैसे अहम कच्चे माल की किल्लत दूर होने में अभी वक्त लगेगा.
India GDP forecast 2023: देश की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष यानी 2022-23 में 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. यह अनुमान रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने लगाया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, हालांकि, सरकार ने जो आर्थिक समीक्षा जारी की, उसमें यह अनुमान 8.5 प्रतिशत रहने की संभावना जताई है. हालांकि क्रिसिल ने मनरेगा के आवंटन में कटौती पर भी सवाल उठाया है.
आर्थिक परिदृश्य से जुड़े जोखिम अब भी बरकरार
खबर के मुताबिक, रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से मंगलवार को संसद में पेश बजट 2022-23 में सरकारी खर्च बढ़ाने और राजकोषीय मजबूती की दिशा में कोशिशों को धीमा करने पर दिया गया जोर सही दिशा में उठाया गया कदम है. क्रिसिल की रिपोर्ट कहती है कि इन सबके बावजूद भारत के आर्थिक परिदृश्य (india GDP Growth rate) से जुड़े जोखिम अब भी बरकरार हैं. ऐसी स्थिति में वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ (India GDP forecast 2023) थोड़ी धीमी होकर 7.8 प्रतिशत ही रहने का अनुमान है. चालू वित्त वर्ष में इसके 9.2 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई है.
क्रूड ऑयल का होगा प्रभाव
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दुनियाभर की ग्रोथ में सुस्ती आ सकती है क्योंकि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक और राजकोषीय प्रोत्साहन वाले उपाय वापस लिए जाने की संभावना है. इसका भारत की ग्रोथ संभावनाओं पर सीधा असर पड़ेगा क्योंकि महामारी के दौरान घरेलू ग्रोथ का एक अहम कारक एक्सपोर्ट हो रहा है. इसके अलावा कच्चे तेल के दामों में भी भू-राजनीतिक तनाव से तेजी का रुख बना रह सकता है जिससे भारत के आयात बिल में बढ़ोतरी होने की आशंका है. क्रिसिल ने ब्रेंट क्रूड के इस साल औसतन 85 डॉलर प्रति बैरल पर रहने का अनुमान जताया है, जबकि वर्ष 2021 में इसका औसत स्तर 70.44 डॉलर प्रति बैरल रहा.
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कच्चे माल की किल्लत दूर होने में अभी वक्त लगेगा
क्रिसिल ने कहा कि वर्ल्ड सप्लाई चेन से जुड़े गतिरोधों में थोड़ी राहत मिलने पर भी सेमीकंडक्टर जैसे अहम कच्चे माल की किल्लत दूर होने में अभी वक्त लगेगा. क्रिसिल की रिपोर्ट (India GDP forecast 2023 Crisil) में मनरेगा के लिए आवंटित की जाने वाली राशि में की गई कटौती पर भी सवाल उठाते हुए कहा गया है कि इस रोजगार गारंटी योजना का विस्तार किया जाता, तो अल्पावधि में ग्रामीण खपत और आमदनी को बढ़ाया जा सकता था.
05:23 PM IST