इलेक्ट्रॉनिक उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने किया ये ऐलान, ज्यादा उत्पादन पर मिलेगा फायदा
भारत सरकार ने देश में इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के विकास के लिए खास रणनीति तैयार की है. सरकार ने तीन नई स्कीमों का ऐलान किया है जिनके जरिए आने वाले समय में इलेक्ट्रानिक इंडस्ट्री को देश में तेजी से बढ़ाने की योजना बनाई गई है. वहीं भारत में निवेश के बारे में सोच रहे इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों को भी प्रोत्साहित किया गया है.
सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के लिए किए कई बड़े ऐलान (फाइल फोटो)
सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के लिए किए कई बड़े ऐलान (फाइल फोटो)
भारत सरकार ने देश में इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के विकास के लिए खास रणनीति तैयार की है. सरकार ने तीन नई स्कीमों का ऐलान किया है जिनके जरिए आने वाले समय में इलेक्ट्रानिक इंडस्ट्री को देश में तेजी से बढ़ाने की योजना बनाई गई है. वहीं भारत में निवेश के बारे में सोच रहे इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों को भी प्रोत्साहित किया गया है.
ज्यादा प्रोडक्शन करने पर मिलेगा इंसेंटिव
सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड प्रमोशन स्कीम का ऐलान किया है. इस स्कीम के तहत जो भी इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री अपना प्रोडक्शन बढ़ाएगी उसे इंसेंटिव दिया जाएगा. इस स्कीम के लिए सरकार ने 40 हजार करोड़ का बजट रखा है. इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलिजी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को इन स्कीमों का ऐलान किया.
स्पेयरपाट्स बनाने वाले उद्योगों को भी मिलेगा प्रोत्साहन
प्रोडक्शन लिंक्ड प्रमोशन स्कीम के साथ ही सरकार ने कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरिंग स्कीम का ऐलान किया है. इस स्कीम के तहत सरकार स्पेयरपाट्स जैसे सेमिकंडक्टर और इलेक्ट्रानिक उत्पादों में लगने वाले पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन देने का ऐलान किया है. सरकार ने इस स्कीम के लिए 3500 करोड़ का बजट रखा है. इन दो स्कीमों के अलावा सरकार ने क्लस्टर स्कीम का ऐलान किया है. सरकार का प्रयास है कि जो भी इलेक्ट्रानिक इंडस्ट्री देश में आती है तो अपने साथ अपनी एंसलरी या उसके लिए पुर्जे बनाने वाले छोटे उद्योगों को साथ लेकर आए. इससे एक तरफ जहां इलेक्ट्रानिक उद्योग को आसानी होगी वहीं अधिक संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा.
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भारत में तेजी से बढ़ रही है इलेक्ट्रॉनिक मेनुफेचरिंग
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2014 में देश का इलेक्ट्रॉनिक मेनुफेचरिंग प्रोडक्ट 1.9 लाख करोड़ रुपये था जो कि 2018-19 में बढ़कर 4.58 लाख करोड़ रुपये हो गया. दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक मेनुफेचरिंग में भारत क हिस्सेदारी 1.3 फीसदी 2012 में थी जो 2018 में 3 फीसदी हो चुका है. उन्होंने बताया कि हमारी क्वालिटी में काफी सुधार हुआ है.
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इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री में 20 लाख युवाओं को रोजगार मिला
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावना है. उन्होंने बताया कि देश में 20 लाख को नौकरी मिली है जबिक सिर्फ मोबाइल में 7 लाख को नौकरी मिली है. आने वाले दिनों में इस संख्या में और बढ़ोत्तरी होगी.
07:33 PM IST