क्या होती है सब्सिडी? समझिए 1 मिनट में अनिल सिंघवी से
वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2020 को अपना दूसरा बजट पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट है. 'जी बिजनेस' ने Budget पेश होने से पहले आम लोगों के लिए एक खास सीरीज 'बजट 1 मिनट में' शुरू की है, जिसमें बजट से जुड़ी बातों-मसलन बजट क्या है, यह कैसे तैयार होता है, फिस्कल डेफिशिट क्या है, को शामिल किया गया है.
'जी बिजनेस' के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने आज सब्सिडी (Subsidy) के बारे में बताया है. (Dna)
'जी बिजनेस' के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने आज सब्सिडी (Subsidy) के बारे में बताया है. (Dna)
वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2020 को अपना दूसरा बजट पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट है. 'जी बिजनेस' ने Budget पेश होने से पहले आम लोगों के लिए एक खास सीरीज 'बजट 1 मिनट में' शुरू की है, जिसमें बजट से जुड़ी बातों-मसलन बजट क्या है, यह कैसे तैयार होता है, फिस्कल डेफिशिट क्या है, को शामिल किया गया है. इससे आम लोग बजट को आसानी से समझ पाएंगे. 'जी बिजनेस' के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने आज सब्सिडी (Subsidy) के बारे में बताया है.
आर्थिक रूप से कमजोर को मिलती है सब्सिडी
अनिल सिंघवी के मुताबिक सब्सिडी यानि आर्थिक मदद सभी चाहते हैं. इसीलिए सरकार बजट में सबको सब्सिडी देती है. सब्सिडी की रकम पर आमजन को नजर रखनी चाहिए. सरकार कम या ज्यादा सब्सिडी दे रही है, इस पर बजट का आकलन होता है.
क्या चाहता है बाजार
अनिल सिंघवी के मुताबिक हालांकि बाजार यही चाहता है कि सरकार कम से कम सब्सिडी दे ताकि सरकारी खजाने पर बोझ कम पड़े. लेकिन जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या कुछ ऐसे महत्वपूर्ण उत्पाद जिन्हें कम मूल्य पर उपलब्ध कराने की जरूरत है, वहां सरकार सब्सिडी प्रदान करती है.
#Budget2020ZEE | क्या होती है सब्सिडी? समझिए 1 मिनट में अनिल सिंघवी से...
— Zee Business (@ZeeBusiness) January 24, 2020
#UnionBudget2020 #Subsidy @AnilSinghvi_ pic.twitter.com/8GPIOYwwLi
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
कौन से उत्पाद पर सब्सिडी
अनिल सिंघवी के मुताबिक सरकार फर्टिलाइजर, केरोसीन, LPG सिलेंडर, खाने-पीने की चीजों पर, कुछ मामलों में ब्याज पर सब्सिडी देती है. हालांकि सब्सिडी के आंकड़े सरकार की बैलेंसशीट पर काफी असर डालते हैं.
इसी आधार पर अनुमान लगता है कि सरकार अपने वित्तीय घाटे के लक्ष्य को पूरा कर पाएगी या नहीं. बजट देखते समय इस पर जरूर नजर रखें कि सब्सिडी कहां और कितनी मिल रही है.
01:31 PM IST