टेलीकॉम कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट से झटका, चुकानी होगी ₹1.33 लाख करोड़ की स्पेक्ट्रम फीस
कंपनियों ने बकाया चुकाने के लिए छह महीने का वक्त मांगा है. लेकिन, कोर्ट ने कोई डेडलाइन तय नहीं की है. सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की सरकारी परिभाषा को सही करार दिया.
टेलीकॉम कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. (फोटो: PTI)
टेलीकॉम कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. (फोटो: PTI)
टेलीकॉम कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. कंपनियों को 1.33 लाख करोड़ रुपये चुकाने होंगे. कोर्ट ने AGR (Adjusted Gross Revenue) की केंद्र सरकार की परिभाषा को मंजूरी दी. इस परिभाषा के मुताबिक, टेलीकॉम कंपिनयों पर 92 हजार करोड़ की स्पेक्ट्रम और लाइसेंस फीस देनी होगी. इसके अलावा ब्याज की राशि को जोड़कर कुल 1.33 लाख करोड़ रुपए चुकाने होंगे. कंपनियों ने बकाया चुकाने के लिए छह महीने का वक्त मांगा है. लेकिन, कोर्ट ने कोई डेडलाइन तय नहीं की है.
सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की सरकारी परिभाषा को सही करार दिया. कंपनियों का कहना था- AGR में सिर्फ लाइसेंस फीस-स्पेक्ट्रम चार्ज आते हैं. सरकार रेंट, डिविडेंड, संपत्ति बेचने से लाभ जैसी कई चीजों को भी शामिल बता रही थी. बता दें, पहले ये मामला TDSAT (Telecom Disputes Settlement and Appellate Tribunal) में पहुंचा.
क्या है मामला
टीडीएसएटी ने इसकी परिभाषा अलग तय कर रखी है. TDSAT के मुताबिक, किराया, संपत्ति की बिक्री पर मुनाफा, ट्रेजरी इनकम, डिविडेंड AGR में शामिल होगा. वहीं, डूबे हुए कर्ज, करंसी फ्लकचुएशन, कैपिटल रिसिप्ट डिस्ट्रीब्यूशन मार्जिन AGR में शामिल नहीं करने का आदेश दिया है.
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अब क्या होगा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद टेलीकॉम कंपनियों को करीब 1.33 लाख करोड़ रुपए सरकार को चुकाने पड़ सकते हैं. हालांकि, ये रकम वैसे 92 हजार करोड़ रुपए है. लेकिन ब्याज और अन्य चीजों को मिलाकर यह रकम 1.33 लाख करोड़ रुपए है.
बता दें, टेलीकॉम सेक्टर पर पहले ही करीब 7 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है. ऐसे में इतनी बड़ी रकम चुकाने से कंपनियों की हालात और खराब हो सकती है. बाजार के एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे टेलीकॉम कंपनियों के लिए यह अच्छी खबर नहीं है. कंपनियों के साथ ही बैंकों पर भी इस खबर का असर होगा. क्योंकि कई बड़े प्राइवेट और सरकारी बैंकों के कर्ज डूबने की स्थिति बन गई है.
किस कंपनी पर कितना बकाया
>> भारती एयरटेल पर 26 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया.
>> वोडाफोन-आइडिया पर 19000 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया.
>> रिलायंस कम्युनिकेशन पर करीब 16000 करोड़ रुपए का बकाया.
>> बीएसएनएल पर करीब 2000 करोड़ रुपए का बकाया.
>> एमटीएनएल पर करीब 2500 करोड़ रुपए का बकाया.
05:52 PM IST