बजट 2019 : टूरिज्म इंडस्ट्री का 'दिल मांगे मोर', पर्यटन हब बनेगा भारत
2013 में देश की जीडीपी में टूरिज्म इंडस्ट्री की हिस्सेदारी 6.7 फीसदी थी. 2017 में यह बढ़कर 9.4 फीसदी हो गया. 2018 में इस उद्योग ने 2.7 करोड़ रोजगार के अवसर मुहैया कराए हैं.
आज से 10 साल पहले भारत से केवल 1.1 करोड़ लोग ही बाहर अन्य देशों को घूमने जाते थे. 2017 में यह आंकड़ा दोगुना होकर 2.2 करोड़ हो गया.
आज से 10 साल पहले भारत से केवल 1.1 करोड़ लोग ही बाहर अन्य देशों को घूमने जाते थे. 2017 में यह आंकड़ा दोगुना होकर 2.2 करोड़ हो गया.
संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत को टूरिज्म का हब होना चाहिए. सरकार टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं भी चला रही है. हैरिटेज सिटी, प्रसाद और उड़ान योजनाएं उसी कड़ी का हिस्सा हैं. अगर भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री की बात करें तो यह इंडस्ट्री लगातार बढ़ रही है. लोग अब धूमने-फिरने पर पैसा खर्च करने लगे हैं. बावजूद इसके यह इंडस्ट्री अभी अपने शुरूआती दौर में है और इसमें विकास की असीम संभावनाएं हैं.
थॉमस कुक के सीएफओ बृजेश मोदी ने ज़ी बिजनेस के साथ खास बातचीत में बताया कि टूरिज्म को लेकर भारत में बहुत अधिक संभावनाएं हैं. हमारे यहां अभी टूरिज्म इंडस्ट्री अभी अपने शैशव काल यानी शुरूआती दौर में है.
जीडीपी में टूरिज्म का अहम योगदान
2013 में देश की जीडीपी में टूरिज्म इंडस्ट्री की हिस्सेदारी 6.7 फीसदी थी. 2017 में यह बढ़कर 9.4 फीसदी हो गया. 2018 में इस उद्योग ने 2.7 करोड़ रोजगार के अवसर मुहैया कराए हैं.
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लगातार बढ़ रहा है टूरिज्म सेक्टर
आज से 10 साल पहले भारत से केवल 1.1 करोड़ लोग ही बाहर अन्य देशों को घूमने जाते थे. 2017 में यह आंकड़ा दोगुना होकर 2.2 करोड़ हो गया. देश की 130 करोड़ की आबादी को देखते हुए यह आंकड़ा बिल्कुल ही नगण्य है. चीन की आबादी हमसे थोड़ा बहुत ज्यादा है और वहां साल में 14 करोड़ लोग अन्य देशों की सैर के लिए जाते हैं. विदेशों से आने वाले सैलानियों के मामले में भी हम 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुके हैं.
इसलिए टूरिज्म सैक्टर के विकास के लिए बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं. क्योंकि हमारे देश में अलग-अलग सांस्कृति से भरपूर शहर बहुत हैं. ऐसे शहरों में टूरिज्म को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है.
एविएशन सेक्टर को मजबूत करने की जरूरत
थॉमस कुक के सीएफओ बृजेश मोदी ने बताया कि टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं. हालांकि सरकार इस विषय पर बड़े काम कर भी रही है. पिछली बार सरकार ने छोटे शहरों के लिए हवाई सेवा 'उड़ान' (UDAN) योजना शुरू की थी. धार्मिक स्थलों के विकास के लिए 'प्रसाद' (PRASAD) नाम से योजना शुरू की थी.
बृजेश मोदी ने कहा कि इन योजनाओं पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है. घरेलू टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एविएशन इंडस्ट्री को राहत देनी चाहिए. समय की बचत के लिए लोग अब हवाई यात्रा कर रहे हैं, लेकिन हवाई जहाज का किराया लगातार बढ़ रहा है, जिसका सीधा असर टूरिज्म इंडस्ट्री पर दिखाई दे रहा है.
बृजेश मोदी का मानना है कि सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सुधार पर ध्यान देना चाहिए. UDAN स्कीम को और मजबूत किया जाना चाहिए और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. इन उपायों से टूरिज्म इंडस्ट्री को एक नया बूस्ट मिलेगा.
02:56 PM IST