विवादों के बीच अदानी ग्रुप ने चुकाए ₹7374 करोड़ के कर्ज, कल स्टॉक पर दिखेगा असर
अदानी ग्रुप ने एक बयान में कहा कि 7,374 करोड़ रुपये के शेयर-समर्थित कर्ज को निर्धारित अवधि से पहले ही चुका दिया गया है जबकि इनकी अवधि अप्रैल, 2025 में पूरी होने वाली थी.
Adani Group: कई तरह के विवादों में घिरे अदानी ग्रुप ने कहा कि उसने शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए 7,374 करोड़ रुपये के लोन को चुका दिया है और इस तरह के अन्य लोन का भी वह मार्च अंत तक भुगतान कर देगा. अदानी ग्रुप ने एक बयान में कहा कि 7,374 करोड़ रुपये के शेयर-समर्थित कर्ज को निर्धारित अवधि से पहले ही चुका दिया गया है जबकि इनकी अवधि अप्रैल, 2025 में पूरी होने वाली थी. 8 मार्च को शेयर बाजार में ट्रेडिंग के दौरान अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर पर इसका असर दिखेगा.
इन कंपनियों के शेयर गिरवी रख लिया था लोन
ग्रुप ने कहा, लिस्टेड कंपनियों के शेयरों के एवज में लिए गए लोन को कम करने की प्रवर्तकों की प्रतिबद्धता के अनुरूप इनको तय समय से पहले चुका दिया गया है. ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises Limited) में प्रवर्तकों की 4% हिस्सेदारी गिरवी रखी गई थी जबकि अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports & Special Economic Zone) में उनकी 11.8% हिस्सेदारी बैंकों के पास गिरवी थी.
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इनके अलावा अदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission Ltd) के 3.6 करोड़ शेयर भी गिरवी रखे गए थे जो प्रवर्तकों की 4.5% हिस्सेदारी है. इसी तरह अदानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) के 1.1 करोड़ शेयर यानी प्रवर्तकों की 1.2% हिस्सेदारी भी कर्जदाताओं के पास गिरवी रखी गई थी. इन शेयरों के एवज में लिए गए कर्ज को चुकाने के बाद ग्रुप की इन चार कंपनियों में प्रवर्तकों के शेयर उनके पास लौट आएंगे.
मार्च तक चुका दिए जाएंगे सभी कर्ज
इसके पहले अदानी ग्रुप ने फरवरी की शुरुआत में भी कुछ लोन चुकाया था. बयान के मुताबिक, अभी तक अदानी ग्रुप ने 2.016 अरब डॉलर मूल्य का शेयर-समर्थित लोन चुका दिया है. इसके साथ ही समूह ने कहा कि वह 31 मार्च, 2023 तक सभी शेयर-समर्थित कर्ज को चुकाने की प्रवर्तकों की प्रतिबद्धता पर अडिग है.
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अदानी ग्रुप पर वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की गत 24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट में अदानी ग्रुप पर वित्तीय धोखाधड़ी और शेयरों के भाव चढ़ाने में हेराफेरी करने के आरोप लगाए गए थे. हालांकि ग्रुप ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए नकार दिया था लेकिन उसकी कंपनियों के शेयरों के भाव लगातार गिरते चले गए.
हालत यह हो गई कि रिपोर्ट आने के एक महीने के भीतर अदानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 60% से भी अधिक गिर गया. वैसे पिछले हफ्ते से इस गिरावट पर लगाम लगी है और फिर से शेयरों की कीमतों में तेजी देखी जा रही है.
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अदानी ग्रुप पर 2.21 लाख करोड़ रुपये कर्ज का बोझ
अदानी ग्रुप पर कर्ज का भारी बोझ होने से उसकी वित्तीय सेहत को लेकर कई बार सवाल उठे हैं. पिछले चार साल में समूह का ग्रॉस लोन दोगुना हो चुका है. गत सितंबर में फिच ग्रुप की इकाई क्रेडिटसाइट्स ने कहा था कि अदानी ग्रुप ने अपने विस्तार के लिए कर्ज का सहारा लिया है और अब वह हद से ज्यादा कर्ज में है.
अदानी ग्रुप पर सकल कर्ज बढ़कर 2.21 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. समूह को अगले साल दो अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा बॉन्ड का भी भुगतान करना होगा.
(भाषा इनपुट के साथ)
09:07 PM IST