खोलना चाहते हैं अपना होटल या रेस्त्रां, बैंक आसान शर्तों पर देगा 10 करोड़ का लोन
अगर होटल या रेस्त्रां कारोबार में उतरना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा मौका है. सिंडिकेट बैंक खासतौर पर होटल और रेस्त्रां कारोबार के लिए कर्ज देने की सुविधा दे रहा है.
सिंडिकेट बैंक खासतौर पर होटल और रेस्त्रां कारोबार के लिए कर्ज देने की सुविधा दे रहा है.
सिंडिकेट बैंक खासतौर पर होटल और रेस्त्रां कारोबार के लिए कर्ज देने की सुविधा दे रहा है.
अपना कारोबार शुरू करने की तलाश कर रहे लोगों को कई अच्छे मौके मिलते हैं. हालांकि, उस मौके को भुनाने के लिए उनके पास कई बार पर्याप्त पूंजी नहीं होती. लेकिन, अब पूंजी की कमी की चिंता छोड़ दीजिए. क्योंकि, अगर आप होटल या रेस्त्रां कारोबार में उतरने का मन बना रहे हैं तो सिंडिकेट बैंक आपकी मदद कर सकता है. सिंडिकेट बैंक खासतौर पर होटल और रेस्त्रां कारोबार के लिए कर्ज देने की सुविधा दे रहा है. बैंक की सिंड होटल स्कीम के तहत 10 करोड़ रुपए तक का कर्ज मिल सकता है. इसके लिए 11.25 फीसदी से लेकर 12.75 फीसदी तक का ब्याज देना होगा. यह कर्ज अधिकतम 7 साल की अवधि के लिए मिलेगा. इसके लिए औपचारिकताएं भी बेहद साधारण हैं.
क्या है उद्देश्य
इस योजना के माध्यम से एमएसएमई कारोबारों को बढ़ावा देने का लक्ष्य है. इससे रेस्तरां, लॉज, फास्ट फूड सेंटर, मॉटल्स (ढाबा) बेकरीज, हाईवे इन, पिज्जा सेंटर (फ्रैंचाइजी), मेस, कैंटीन, कैटरिंग सेवा आदि की स्थापना की जा सकती है. इसके साथ ही मौजूदा इकाइयों में सुधार करने के लिए भी इस योजना से कर्ज मिल सकता है. इस पूंजी से मौजूदा इकाइयों के लिए फर्नीचर, मशीनरी, कलपुर्जे, वाहन आदि सामान खरीदे जा सकते हैं.
कौन हैं पात्र
इस योजना के अंतर्गत सेवा क्षेत्र में आने वाले ऐसे सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रम कर्ज ले सकते हैं, जिन्होंने उपकरणों पर 5 करोड़ रुपए से कम मूल निवेश किया हो. इस योजना में कोई भी व्यक्ति, स्वामित्व, साझेदारी/लिमिटेड कंपनी या ट्रस्ट या सोसाइटी कर्ज ले सकती है. उस व्यक्ति या कंपनी के पास नगर निगम या स्थानीय निकाय से मिला हुआ वैध लाइसेंस होना चाहिए. परिसर/इकाइयों के मालिक की पंजीकृत/गैर पंजीकृत लीज पुनर्भुगतान की अवधि के दायरे में होनी चाहिए.
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किस तरह की होगी उधारी और कितना मिलेगा कर्ज
इस योजना में ‘टर्म लोन’ (सावधि कर्ज) और ओवरड्राफ्ट के रूप में कर्ज दिया जाएगा. साथ ही इस योजना के सबसे खास बात यह है कि इसमें छोटे कारोबारियों को 10 करोड़ रुपए तक का कर्ज मिल सकता है. इस लिहाज से छोटे कारोबारों को बड़ा बनाने के लिहाज से पर्याप्त पूंजी है.
मार्जिन और ब्याज दर
> इसमें 1 करोड़ रुपए तक की रकम पर 15 फीसदी और 1 करोड़ से ऊपर के कर्ज पर 20 फीसदी मार्जिन होता है.
> इस योजना में 10 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज दर बेस रेट से 1 फीसदी ज्यादा है. बेस रेट फिलहाल 10.25 फीसदी चल रही है, इस प्रकार यह कर्ज आपको 11.25 फीसदी पर मिलेगा.
> 10 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच कर्ज 12.25 फीसदी ब्याज दर पर मिलेगा, वहीं 1 करोड़ रुपए से 10 करोड़ रुपए के बीच कर्ज 12.75 फीसदी ब्याज दर पर मिलेगा. इसके साथ ही 36 महीने और उससे ज्यादा अवधि के कर्जों पर 0.25 फीसदी टेनर प्रीमियम जोड़ा जा सकता है.
क्या रखना होगा गिरवी
> एक करोड़ रुपये तक के सभी कर्ज सीजीटीएमएसई (क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो ऐंड स्माल एंटरप्राइजेज) योजना के दायरे में आते हैं, जिसके तहत इस कर्ज के लिए कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं होगी.
> एक करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेने पर कारोबार से संबंधित इमारत और जमीन प्रमुख रूप से गिरवी होगी.
> कर्ज के लिए गिरवी रखी गई संपत्ति किसी रूप में सीजीटीएमएसई योजना के दायरे में नहीं आएगी.
कैसे होगा पुनर्भुगतान
> कार्यशील पूंजी का सालाना आधार पर नवीकरण किया जाएगा और ब्याज मासिक आधार पर वसूला जाएगा.
> टर्म लोन के लिए अधिकतम पुनर्भुगतान की अवधि 7 साल है, जिसमें पुनर्भुगतान/ऋण स्थगन (मोरेटेरियम) की अवधि शामिल होगी.
> इसके साथ ही कर्ज देने से पहले बैंक इस पर बारीकी से गौर करेगा कि कर्ज लेने वाले ने संबंधित विभागों से सभी स्वीकृतियां हासिल कर ली हैं या नहीं.
12:11 PM IST