Personal Loan के मामले में इन 4 बातों को कभी न करें इग्नोर, वरना कर्ज के जाल में तो फंसेंगे ही...दोबारा लोन भी नहीं मिलेगा
पर्सनल लोन की ब्याज दरें अन्य तरह के लोन से ज्यादा होती हैं. इसलिए इस लोन को लेते समय आपको कुछ बातों का विशेष तौर पर खयाल रखना चाहिए. जरा सी लापरवाही आपको कर्ज के जाल में फंसा सकती है.
मुश्किल समय में अगर किसी से पैसों की मदद न मिल पाए तो दिमाग में सबसे पहले पर्सनल लोन (Personal Loan) का ही खयाल आता है. इसका कारण है कि पर्सनल लोन को लेने में किसी तरह की गारंटी की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा आप लोन के तौर पर मिली इस रकम को किसी भी काम के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि पर्सनल लोन की ब्याज दरें अन्य तरह के लोन से ज्यादा होती हैं. इसलिए इस लोन को लेते समय आपको कुछ बातों का विशेष तौर पर खयाल रखना चाहिए. जरा सी लापरवाही आपको कर्ज के जाल में फंसा सकती है और भविष्य में आपके लिए लोन लेने के रास्ते भी बंद करवा सकती है. यहां जानिए पर्सनल लोन लेते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए.
जेब-जरूरत को देखकर लें लोन
पैसा आता है तो बहुत राहत मिलती है, लेकिन जब इस चुकाना पड़ता है तो हालत खराब हो जाती है. इसलिए पर्सनल लोन ही क्या, कोई भी लोन लेने से पहले एक बार अपनी इनकम, पारिवारिक जरूरतें और जिम्मेदारियों पर अच्छी तरह से विचार कर लें. उतनी ही रकम लोन के तौर पर लें जिसे आप आसानी से चुका पाएं. साथ ही पर्सनल लोन तभी लें जब आपको लगे कि इसके बगैर आपका काम नहीं चल सकता. अपने शौक पूरे करने के लिए न लें.
ब्याज दरों की तुलना करें
पर्सनल लोन पर किस बैंक में कितना ब्याज मिल रहा है, इसका अच्छे से पता करें और ब्याज दरों की तुलना करें. इसके लिए आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं है. वेबसाइट की मदद से भी इसके बारे में जान सकते हैं. जहां बेहतर ब्याज दर पर लोन मिले, वहां से ही लें. इससे आपकी जेब पर ईएमआई का बोझ थोड़ा कम पड़ेगा.
ईएमआई करें कैलकुलेट
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आप जिस बैंक से भी पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं, उसके कैलकुलेटर के जरिए आप ईएमआई को कैलकुलेट कर सकते हैं. इससे आपको इस बात का आइडिया लग जाएगा कि हर माह आपको कितनी ईएमआई देनी होगी. फिर आप अपनी सैलरी, खर्चों और अन्य जरूरतों को कैलकुलेट करके ये चेक कर सकते हैं कि इतने खर्चों के बाद क्या आप कैलकुलेटेड ईएमआई दे पाएंगे या नहीं.
क्रेडिट स्कोर न गिरने दें
अब जब आप पर्सनल लोन ले ही चुके हैं, तो इसकी ईएमआई को समय पर देते रहें. ईएमआई समय पर न चुकाने पर आप पर इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा. अगर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट गड़बड़ हो गई तो भविष्य में आपको दोबारा लोन लेने में दिक्कत हो सकती है.
12:45 PM IST